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4 तरह की हाइब्रिड कारें कौन-कौन सी हैं, आसान भाषा में समझें इन्हें खरीदना कितने फायदे का सौदा?

इलेक्ट्रिक वाहन (EV) में गैसोलीन रेंज एक्सटेंडर कार की बैटरी लगभग समाप्त होने के बाद ही चालू होता है। यह एक इलेक्ट्रिक जनरेटर की तरह काम करता है। सामान्य तौर पर रेंज एक्सटेंडर छोटे गैसोलीन मोटर्स होते हैं जो गाड़ियों को पर्याप्त पॉवर देते हैं। यह हाइब्रिड सिस्टम स्पोर्ट्स कारों में अधिक इस्तेमाल किए जाते हैं और इनकी कीमतें भी काफी महंगी होती हैं।

By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Sat, 09 Sep 2023 11:30 AM (IST)
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भारत में बिकने वाली कुल 4 हाइब्रिड कार्स के बारे में
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। इस समय इंडियन मार्केट में कई हाइब्रिड कारें बिक्री पर मौजूद हैं, वहीं आने वाले समय में एक से बढ़कर एक लॉन्च होने के लिए भी तैयार हैं। बहुत से लोगों को लगता है हाइब्रिड कारें सिर्फ एक प्रकार की होती है। लेकिन सच्चाई ये है कि हाइब्रिड कारें कुल चार प्रकार की होती है, जिसका जिक्र इस ऑर्टिकल के माध्यम से हम विस्तार से करने जा रहे हैं।

स्ट्रांग हाइब्रिड कार

वर्तमान में स्ट्रांग हाइब्रिड कारें अन्य हाइब्रिड कारों की तुलना में थोड़ी अधिक एडवांस हैं। स्ट्रांग हाइब्रिड कार में फ्यूल इंजन के साथ एक पॉवरफुल बैटरी पैक लगा हुआ होता है, जिससे गाड़ी की माइलेज बढ़ जाती है। क्योंकि, स्ट्रांग हाइब्रिड कारें लगभग 30-40 की स्पीड में बैटरी से चलती हैं और एक तय स्पीड के बात अपने आप फ्यूल पर चलने लगती हैं। इन गाड़ियों की स्पीड भी काफी अच्छी होती है।

माइल्ड हाइब्रिड कार

माइल्ड हाइब्रिड कार में एक इलेक्ट्रिक मोटर और एक बैटरी ऑफर की जाती है। हाइब्रिड सिस्टम में ये टेक्नालॉजी सबसे हल्की पॉवर देने के लिए जानी जाती है। इस कार में भी फ्यूल इंजन होता है और ये इंजन इलेक्ट्रिक मोटर के सपोर्ट के साथ काम करता है। इससे कार का माइलेज बढ़ता जरूर है लेकिन बहुत ज्यादा नहीं, हालांकि कार के पिकअप में इससे काफी सपोर्ट मिलता है।

प्लग इन हाइब्रिड कार

प्लग-इन हाइब्रिड से लैस गाड़ियों को PHEV भी कहा जाता है। हालांकि, इन गाड़ियों का चलन देश में उतना नहीं है। प्लग इन हाइब्रिड कारों में भी फ्यूज इंजन और बैटरी पैक दोनों लगा हुआ है। एक बार बैटरी खत्म होने के बाद यह गाड़ी फ्यूल पर चलने लगती है। कुल मिलाकर, इस हाइब्रिड कार को चलाने वाले ग्राहकों को बैटरी खत्म होने की चिंता नहीं रहती है।

Electric Vehicles with Range Extender Hybrids

ये हाइब्रिड कार अन्य कारों की कंपैरिजन महंगी होती हैं। यही वजह है कि प्रीमियम लग्जरी कारों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। महंगा होने की वजह से इसकी ब्रिक्री भी कम है। इलेक्ट्रिक वाहन (EV) में गैसोलीन रेंज एक्सटेंडर कार की बैटरी लगभग समाप्त होने के बाद ही चालू होता है। यह एक इलेक्ट्रिक जनरेटर की तरह काम करता है। सामान्य तौर पर, रेंज एक्सटेंडर छोटे गैसोलीन मोटर्स होते हैं, जो गाड़ियों को पर्याप्त पॉवर देते हैं। यह हाइब्रिड सिस्टम स्पोर्ट्स कारों में अधिक इस्तेमाल किए जाते हैं और इनकी कीमतें भी काफी महंगी होती हैं।