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Ethanol से खराब नहीं होती गाड़ी की सेहत, बढ़ जाती हैं इंजन की परफॉर्मेंस

देश के 15600 पेट्रोल पंपों पर ई-20 (20 फीसद एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल) की बिक्री हो रही है। यह संख्या लगातार बढ़ती ही रहेगी। देश में फिलहाल 65 हजार पेट्रोल पंप हैं। एक चौथाई स्टेशन पर ई-20 पेट्रोल मिल रहा है। एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने का फायदा किसानों को भी हो रहा है क्योंकि उन्हें अपने गन्ने मक्के जैसे फसलों के लिए ज्यादा कीमत मिलने लगी है।

By Jagran News Edited By: Mrityunjay Chaudhary Updated: Mon, 02 Sep 2024 11:00 PM (IST)
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एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल के इस्तेमाल से खराब नहीं होते इंजन: पुरी
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस आशंका को पूरी तरह से खारिज किया है कि एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल के इस्तेमाल से वाहनों के इंजन पर कोई नकारात्मक असर होता है। पुरी का कहना है कि असलियत में एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल इंजन के प्रदर्शन को सुधारते हैं। यह एथेनॉल का मिश्रण पेट्रोल की गुणवत्ता को बढ़ाता है। देश के पेट्रोलियम मंत्री ने यह बयान सोमवार को इंडिया बायो-इनर्जी एंड टेक एक्सपो सेमिनार में कही।

देश में हैं 65 हजार पेट्रोल पंप

सोशल मीडिया व दूसरे माध्यमों में कुछ लोगों ने यह सूचना दी है कि एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल से वाहनों का प्रदर्शन खराब होता है, जिसके बाद पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह बयान दिया। इनकी मेंटेंनेंस महंगी हो जाती है और माइलेज भी घट जाती है। वैसे इस बारे में कोई पुख्ता रिसर्च रिपोर्ट नहीं है। पुरी ने बताया है कि देश के 15,600 पेट्रोल पंपों पर ई-20 (20 फीसद एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल) की बिक्री हो रही है। यह संख्या लगातार बढ़ती ही रहेगी। देश में फिलहाल 65 हजार पेट्रोल पंप हैं। यानी एक चौथाई स्टेशन पर ई-20 पेट्रोल मिल रहा है।

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मोदी सरकार भी दे रही इसपर जोर

मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के बाद से ही एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री को लेकर काफी जोर दिया है। वर्ष 2014 में देश में एथेनॉल का मिश्रण सिर्फ 1.53 फीसद था, जो अब 15 फीसद हो चुका है। सरकार ने वर्ष 2025 तक पूरे देश में 20 फीसद एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री का लक्ष्य रखा है। पेट्रोलियम मंत्री ने बताया कि एथेनॉल मिलाने की वजह से देश को पिछले दस वर्षों में 99,014 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है, जबकि किसानों को एथेनॉल के लिए 87,588 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।

किसानों को भी हो रहा फायदा

उन्होंने बताया कि ब्राजील जैसे देश में 60-70 फीसद एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री हो रही है और वहां अभी तक वाहनों में कोई समस्या नहीं देखी गई है। एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने का फायदा किसानों को भी हो रहा है, क्योंकि उन्हें अपने गन्ने, मक्के जैसे फसलों के लिए ज्यादा कीमत मिलने लगी है। पुरी का कहना है कि अभी सरकार की तरफ से मक्के से निर्मित एथेनॉल के लिए 9.72 रुपये प्रति लीटर, टूटे हुए चावल से निर्मित एथेनॉल के लिए 8.46 रुपये प्रति लीटर की राशि बतौर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसका असर हुआ है, ज्यादा किसान अब एथेनॉल निर्माण के लिए मक्के की आपूर्ति करने लगे हैं।

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