क्या होता है गाड़ियों में लगा ADAS सिस्टम? भारत में कितना प्रैक्टिकल है ये एडवांस सेफ्टी फीचर्स
एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (Advanced Driver Assistance Systems) बहुत ही खास सेफ्टी फीचर है जो आपको सुरक्षित रखने में हेल्प करता है। यह सिस्टम आगे चलने वाली गाड़ी से एक समान दूरी मेन्टेन करने के लिए यूज किया जाता है।
By Atul YadavEdited By: Updated: Thu, 15 Dec 2022 06:36 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में एडास फीचर्स से लैस हाल में कई गाड़ियां लॉन्च हुई हैं। आईसीई इंजन हो या फिर इलेक्ट्रिक व्हीकल व्हीकल मैन्यूफैक्चरर्स सेफ्टी के लिहाज से ADAS फीचर देने लगे हैं। हालांकि, भारत में एडास सेफ्टी फीचर्स से लैस अधिकतर गाड़ियों में लेवर 1 एडास सिस्टम देखने को मिलता है। देश में एडास सेफ्टी फीचर्स को लेकर अभी भी लोगों के मन में कई सवाल है। इस ऑर्टिकल के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं ADAS सिस्टम होता क्या है, कैसे ये काम करता है और भारत में कौन-कौन से चैलेंजेज फेस करने को मिलते हैं।
क्या होता ADAS सिस्टम?
एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (Advanced Driver Assistance Systems) यह एक टॉप क्लास मेकैनिज्म है। यह आपको ऑटोमैटिक कार वाली फीलिंग देता है। यह किसी जर्मन या अमेरिकी गाड़ी में नहीं, बल्कि भारत में बनी महिंद्रा की कारों में भी देखने को मिलता है। एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (Advanced Driver Assistance Systems) बहुत ही खास सेफ्टी फीचर है, जो आपको सुरक्षित रखने में हेल्प करता है। यह सिस्टम आगे चलने वाली गाड़ी से एक समान दूरी मेन्टेन करने के लिए यूज किया जाता है।कैसे करती है काम?
ADAS अपने आस-पास की दुनिया को देखने के लिए राडार और कैमरों जैसे वाहन में सेंसर का उपयोग करता है, और फिर या तो ड्राइवर को जानकारी प्रदान करता है या जो वह मानता है उसके आधार पर ऑटोमैटिक एक्शन लेता है। जानकारी प्रदान करने वाली ADAS सुविधाओं में आमतौर पर "चेतावनी" शामिल होती है। इसकी मदद से रीयल-टाइम मल्टीमीडिया, विज़न कोप्रोसेसिंग और सेंसर फ़्यूज़न सबसिस्टम का समर्थन करने के लिए कई विजन बेस्ट एल्गोरिदम को गाड़ी में लागू करने में मदद मिलती है। इस फीचर्स के चलते सड़के पर होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
भारत ADAS सेफ्टी फीचर को लेकर क्या चैलेंज फेस कर रहा है?
ऑटो सेक्टर के जानकार अमित द्विवेदी का कहना इंडियन मार्केट में इस समय कई एडवांस फीचर्स से लैस गाड़ियां आ रही हैं। इनमें से कई अधिकतर गाड़ियों में लेवल 1 का एडास सिस्टम लगा हुआ है। भारतीय ग्राहक इस समय ADAS फीचर को भरोसे के नजरिए से देखते हैं, जबकि उनको इस बतौर सपोर्ट लेना चाहिए। एडास सेफ्टी फीचर का काम सुरक्षा प्रदान करना है। आमतौर पर एक्टिवेट करने के बाद यह फीचर 15-20 सेकेंड में अपने आप डीएक्टिवेट हो जाता है। लेकिन, देश में कुछ ऐसी भी गाडियां हैं, जो डीएक्टिवेट होने में समय लगाती हैं।उनका कहना है कि इस समय एडास को लेकर लोगों के बीच जागरूकता होना काफी जरूरी है, ताकि वह इस एडवांस सेफ्टी फीचर का आनंद उठा सकें। लोगों को इसका मिसयूज करने से बचना चाहिए ये खतरा भरा हो सकता है। इसके अलावा, एडास फीचर को पूरी तरह से इस्तेमाल करने के लिए एक्सप्रेसवे- हाईवे जैसे मल्टीलेन वाली सड़कों की जरूरत पड़ती है। सिंगल लेन में इस फीचर का अच्छे से इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
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