Airless Tyre: अब टायर फटने और पंक्चर की टेशन को करें बाय! जानें इसमें क्या कुछ है खास
वाहन में टायर की एक अहम भूमिका होती है। इसके बिना एक प्रकार से कार अधूरी है। धीरे- धीरे समय के साथ नई तकनीक आ रही है जिसका असर कार के टायरों में भी देखने को मिल रहा है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Airless Tyre: समय के साथ काफी चीजों में बदलाव देखने को मिलता है। बिलकुल वैसे ही अब हमें कार के टायर में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जिसका प्रभाव हमारे वाहन पर पड़ रहा है। इस समय वाहनों में ट्यूबलेस टायर का इस्तेमाल हो रहा है।
इसकी खासियत ये हैं कि ये जल्दी से खराब नहीं होते और उन्हें पंचर होने के बाद भी काफी दूर तक चलाया जा सकता है। लेकिन अब कंपनियों ने इसे एक कदम आगे भी टायर बनाने शुरु कर दिए है, जिसमें ना हवा भरने की जरूरत है ना ही ये कभी पंचर होगे। इन टायर को एयरलेस टायर कहा जाता है।
क्या होते है एयरलेस टायर ?
आपको बता दे एयरलेस टायर ऐसे टायर होते हैं जिसमें हवा भरने की जरुरत नहीं होती। इस टायर को रबड़ के स्पोक्स और बेल्ट के इस्तेमाल से डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही इसके अंदर वाहन के वजन उठाने के लिए काफी मजबूत और पहले फाइबर का इस्तेमाल किया गया है। ये टायर कभी फटता नहीं और ना ही कभी पंचर होते है। इसके कारण दुर्घटना को रोकने में काफी मदद मिलती है।
इसमें क्या खास है
टेस्ला अपनी कारों में ऐसे ही टायर का इस्तेमाल करता है।टायर एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये टायर काफी लंबे समय तक चलते है। इससे सड़क पर हादसे काफी कम होते है।
एयरलेस टायर के नुकसान?
अभी टायर निर्माण कंपनियां फिलहाल इस टार के काफी फायदे बता रही है। लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते है। क्योंकि जितने चीझो के फायदे होते हैं उनके नुकसान भी होते है। इससे गाड़ी के माइलेज पर प्रभाव पड़ सकता है।