ड्राइविंग मोड से बदल जाता है गाड़ी चलाने का एक्सपीरिएंस, बेहतरीन माइलेज पाने के लिए ऐसे करें इस्तेमाल
Types of Driving Mode मॉडर्न कारें ड्राइवर की मांग के अनुसार डाइवर्स परफॉर्मेंस रेंज देने में सक्षम हैं। इन कारों में ड्राइविंग मोड्स मिलते हैं जिसके जरिए ड्राइवर कार के ड्राइविंग कैरेक्टर को बदल सकता है। (जागरण फोटो)
By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Sun, 26 Mar 2023 11:45 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। क्या आपको पता है गाड़ियों में ड्राइविंग मोड क्यों दिया जाता है और उसको सही तरीके से कैसे इस्तेमाल किया जाता है? दरअसल, ड्राइविंग मोड पर आपकी माइलेज और ड्राइविंग एक्सपीरिएंस दोनों निर्भर करता है। इसलिए इस खबर के माध्यम से जानते हैं कि कितने प्रकार के होते हैं ड्राइविंग मोड।
मॉडर्न कारें ड्राइवर की मांग के अनुसार डाइवर्स परफॉर्मेंस रेंज देने में सक्षम हैं। इन कारों में ड्राइविंग मोड्स मिलते हैं जिसके जरिए ड्राइवर कार के ड्राइविंग कैरेक्टर को बदल सकता है।
ड्राइविंग मोड क्या होता है?
इंजन कंट्रोल मॉड्यूल कार के मुख्य कंपोनेंट जैसे इंजन, ट्रांसमिशन, सस्पेंशन, स्टीयरिंग और ब्रेक को कंट्रोल करता है। इसमें अलग-अलग ड्राइविंग स्थितियों के लिए अलग-अलग पावर मैप होते हैं। ड्राइविंग मोड थ्रॉटल रिस्पॉन्स, सस्पेंशन स्टिफनेस, स्टीयरिंग फील और ट्रैक्शन कंट्रोल को भी बदल देते हैं। ड्राइविंग मोड की सहायता से आप एक मॉडर्न कार को कई तरीकों से चला सकते हैं और संभाल सकते हैं।
वाहन निर्माता इन ड्राइविंग मोड को सबसे अधिक करते हैं ऑफर
मैन्युफैक्चरर्स अधिकतर गाड़ियों में इकोनॉमी मोड (E), कंट्रोलिंग एफिसिएंसी (C) इको मोड को ऑफर करते हैं। इन तीनों की मतलब एक जैसा है, बस ये वाहन निर्माण करने वाली कंपनियों के थॉट पर डिपेंड करता है। यह ऐसा मोड होता है जिसमें आपको सबसे बेस्ट माइलेज मिलता है, लेकिन स्पीड अन्य मोड की तुलना में थोड़ी कंट्रोल में रहती है। यह मोड सिटी ड्राइव के लिए सबसे बेस्ट होती है।