Move to Jagran APP

क्या होता है EV रेट्रोफिटिंग और कैसे करता है काम, आसान भाषा में समझें इसका पूरा प्रॉसेस

ईवी रेट्रोफिटिंग पेट्रोल डीजल से चलने वाली गाड़ी को इलेक्ट्रिक वाहन में कन्वर्ट कर देता है इसको कन्वर्ट कराने में अधिक खर्चा भी नहीं आता इसको आप अपने घर पर भी चार्ज कर सकते हैं । जानें इससे जुड़ी सारी डिटेल्स

By Atul YadavEdited By: Updated: Fri, 10 Jun 2022 07:38 AM (IST)
Hero Image
अपनी पुरानी गाड़ी को कैसे इलेक्ट्रिक व्हीकल में बदलें
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। आज के समय में इलेक्ट्रिक वाहन का चलन काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है , जिस प्रकार से पेट्रोल और डीजल के कीमतें दिन- प्रतिदिन आसमान छूते जा रही हैं। लोग इसके विकल्प की तलाश में या तो सीएनजी की तरफ रुख कर रहे हैं या तो ईवी खरीदने का प्लान बना रहे हैं। हालांकि, इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमतें अधिक होने के चलते कई लोगों के प्लान पर पानी फिर गया है। अगर आप भी ईवी खरीदने में असमर्थ हैं तो जान लें आप भी अपनी पुरानी पेट्रोल-डीजल गाड़ी को रेट्रोफिटिंग के जरिए इलेक्ट्रिक में बदलवा सकते हैं।

क्या है ईवी रेट्रोफिटिंग ?

पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलने के प्रॉसेस को ईवी रेट्रोफिटिंग कहते है। इसमे आप मौजूदा वाहन के इंजन को पूरी तरह से एक नई मोटर और ड्राइवट्रेन से बदल सकते हैं । इसमें बाकी सब वाहन के पार्ट्स समान्य रहते हैं और ब्रेक, हेडलाइट जैसे पार्ट्स को बदलना या मरम्मत करना आसान हो जाता है। आप अपने इलेक्ट्रिक वाहन को घर पर चार्ज कर सकते हैं। आरटीओ सिर्फ रेट्रोफिटिंग एजेंसियों को ही अनुमति देता है, जो नियमों का सख्त पालन करते हैं । ईवी वाहन सीएनजी वाहनों की तुलना में बहुत अधिक सुरक्षित होते हैं, क्योंकि इसमें बैटरियों का पूरी तरह से परीक्षण किया जाता है और उसके बाद ही वाहनों पर इस्तेमाल करने की मंजूरी दी जाती है।

कितने में रेट्रोफिटिंग की जाती है ?

रेट्रोफिटिंग इतना महंगा नहीं है यह नए वाहन से सस्ता है, क्योंकि व्यक्ति के पास पहले से ही अपना वाहन होता है, उसे केवल किट और बैटरी खरीदना होता है। रेट्रोफिटिंग की क्षमता बिल्कुल नए ईवी की लागत का लगभग 70  फीसद होती है। इस समय किट की ऊंची कीमत में जीएसटी एक अपनी बड़ी भूमिका निभाता है।

रेट्रोफिटिंग का लाभ आपके वाहन के आयु को बढ़ा देता है, खासकर जब आपका वाहन अच्छी स्थिति में हो । जब ईंधन का यूज कम होगा, तो ईंधन आना बंद हो जाएगा, जो एक रूप में वायु प्रदूषण को कम करेगा, और वाहनों के रेट्रोफिट होने से ईवी उद्योग के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होगे।

लेखक- आयुषी चतुर्वेदी