Self Driving Car: कैसी होती है सेल्फ ड्राइविंग कार? जानिए सेफ्टी के लिहाज से कितनी बेहतर
ऑटोमेटेड ड्राइविंग सिस्टम (एडीएस) यह सारे ड्राइविंग वाले काम कुछ परिस्थितियों में करता है जैसे की कार पार्क करना इमरजेंसी ब्रेक लगाना कैमरे सेंसर रडार जीपीएस सॉफ्टवेयर सड़क की स्थिति का अंदाजा लगाकर वाहन को सेफ्टी से सड़कों पर चलने की अनुमति देता है।
By Atul YadavEdited By: Updated: Tue, 06 Dec 2022 02:03 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। सेल्फ ड्राइविंग गाड़ियों का जिक्र कुछ ही सालों से शुरू हुआ है। हालांकि, इस समय टेस्ला जैसी कुछ अन्य कंपनियां सेल्फ ड्राइविंग कारों को बेचने में सफल रही हैं। मौजूदा समय में भारत में सेल्फ ड्राइविंग गाड़ियां बिक्री पर उपलब्ध नहीं है। आने वाले सालों में इस तरह की फ्यूचरिस्टिक गाड़ियां इंडियन मार्केट में प्रवेश कर सकती हैं। अब सवाल उठाता है कि सेल्फ ड्राइविंग कार कैसी होती हैं? कैसे काम करती हैं और कितना सेफ हैं? इन तमाम सवालों का जवाब आसान भाषा में इस खबर के माध्यम से आपको देने जा रहे हैं।
कैसे काम करती हैं सेल्फ ड्राइविंग कारें
सेल्फ ड्राइविंग गाड़ियों में ADAS टेक्नोलॉजी होती है। अगर अमेरिका की बात करें तो वहां एडास सिस्टम के लेवल 5 के तहत आने वाली गाड़ियां (सेल्फ ड्राइविंग कार) एडीएस खुद ही हर परिस्थिति में ड्राइविंग करता है। जो लोग उस कार में बैठे होते हैं उन्हे केवल यात्रियों की तरह बैठे रहना होता है और उन्हे वाहन चलाने की जरूरत नहीं होती। ऑटोमेटेड ड्राइविंग सिस्टम (एडीएस) यह सारे ड्राइविंग वाले काम कुछ परिस्थितियों में करता है जैसे की कार पार्क करना, इमर्जेंसी ब्रेक लगाना, कैमरे, सेंसर रडार, जीपीएस, सॉफ्टवेयर, सड़क की स्थिति का अंदाजा लगाकर वाहन को सेफ्टी से सड़कों पर चलने की अनुमति देता है।सेल्फ ड्राइविंग कारें कितना सेफ?
हाल के दिनों में सेल्फ ड्राइविंग कारों से होने वाले हादसों की खबर आई है, वहीं कई बार सेल्फ ड्राइविंग कारों से होने वाले एक्सिडेंट की सूचना मिली है। इन सब खबरों को सुनने के बाद लोगों के मन में केवल एक ही सवाल आता है कि सेल्फ ड्राइविंग कार चलाना कितना सेफ है। बता दें, एडास टेक्नोलॉजी के आने के बाद हम यह कह सहते हैं कि पहले की तुलना में गाड़ियों को चलना काफी सुरक्षित हो गया है, लेकिन हम पूरी तरह से आंख मूदकर भरोसा नहीं कर सकते हैं।