World EV Day 2023: ईवी Charging infrastructure को लेकर तेजी से चल रहा काम, रेंज एंग्जायटी होगी दूर
World EV Day 2023 फिलहाल चार्जिंग इंफ्रा को लेकर देश में तेजी से काम चल रहा है। अगर आप बड़े शहरों में रहते हैं तो आपको कई जगह ईवी चार्जिंग प्वाइंट्स दिख जाएंगे। वहीं हमारे अलावा कई स्टार्टअप्स कंपनियां इस सेक्टर में तेजी से काम कर रही हैं जिनका मकसद आने वाले समय पूरे देश को चार्जिंग नेटवर्क से जोड़ना है।
By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Sat, 09 Sep 2023 07:33 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। इस समय देश में तेजी से इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड बढ़ रही है। जिसको देखते हुए ईवी बनाने वाली कंपनियां एक से बढ़कर एक शानदार ईवी को भारतीय बाजार में उतार रही हैं। हालांकि, आज भी बहुत सी जगहों पर चार्जिंग इंफ्रा की कमी देखने को मिलती है, जिस पर कई स्टार्टअप कंपनियां तेजी से काम कर रही हैं। हालांकि इस सेक्टर में अभी भी कई चुनौतियां है, लेकिन चार्जिंग इंफ्रा को लेकर दिन रात काम हो रहा है। इस ऑर्टिकल में आपको जागरण द्वारा ईवी एक्सपर्ट्स से ईवी चार्जिंग इंफ्रा को लेकर बातचीत का अंश शेयर करने जा रहे हैं।
EV Charging infrastructure
चार्जिंग स्टेशंस बनाने वाली कंपनियों में एक स्टैटिक के फाउंडर & सीईओ अक्षित बंसल का कहना है कि फिलहाल चार्जिंग इंफ्रा को लेकर देश में तेजी से काम चल रहा है। अगर आप बड़े शहरों में रहते हैं तो आपको कई जगह ईवी चार्जिंग प्वाइंट्स दिख जाएंगे। वहीं हमारे अलावा, कई स्टार्टअप्स कंपनियां इस सेक्टर में तेजी से काम कर रही हैं, जिनका मकसद आने वाले समय पूरे देश को चार्जिंग नेटवर्क से जोड़ना है।
चार्जिंग स्टेशंस बनाने वाली कंपनियों का EV सेक्टर में कितना योगदान?
हम स्थानीय ज्ञान और संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं, ताकि हमारा मिशन पूरा हो सके। सभी के लिए आसानी से पहुंचने वाले, अत्यधिक विश्वसनीय, और लागत-कुशल चार्जिंग नेटवर्क स्थापित करना। हमारी रणनीतिक विस्तार योजना राष्ट्र के छोटे शहरों को आवरण करने के लिए प्रमुख शहरों के पार पहुंचने के लिए शामिल होती है। हमने पहले ही महत्वपूर्ण स्थलों में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करके सफलता प्राप्त की है, जैसे कि उत्तर भारत में, दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-हिमाचल प्रदेश, साथ ही बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, और मुंबई जैसे शहरों में।स्टैटिक की चार्जिंग इंफ्रा को लेकर योजना
ईवी चार्जिंग सेक्टर का उद्देश्य है कि आने वाले समय में देश का चार्जिंग इंफ्रा इतना मजबूत को कि पेट्रोल पंप की तरह जगह-जगह चार्जिंग स्टेशंस दिखने को मिले, जिससे लोगों को ईवी चलाने में सहूलियत मिल सके। हमारे विभिन्न शहरों में 7000 चार्जिंग स्टेशंस लगे हुए हैं, जहां हमारा टारगेट 2024 तक 20,000 ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने का है।
CHARGE+ZONE फास्ट चार्जिंग स्टेशंस को लेकर तेजी से कर रहा काम
CHARGE+ZONE भारत में अपने चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करने जा रही है। इसका सीधा लाभ इलेक्ट्रिक वाहन के मालिकों को मिलेगा। कंपनी का कहना है कि उसका उद्देश्य 2025 तक 3,000 हाई-स्पीड डीसी चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण करना है। इसमें ईवी कारों, बसों और ट्रकों सहित निजी ईवी सेगमेंट के वाहन चार्जरों को शामिल किया जाएगा।कंपनी ने कहा है कि वो 1,130 ई-बसों और ई-ट्रकों के साथ-साथ 1,250 से अधिक ई-कार को अपनी फ्लीट में शामिल करेगी। साथ ही CHARGE+ZONE कुल 286 चार्जिंग स्टेशनों को तत्काल प्रभाव से रोलआउट करने की योजना बना रही है। इन चार्जिंग स्टेशनों को देश के कुल 37 शहरों में लगाया जाएगा जो लगभग 10 हजार किलोमीटर हाई-वे को कवर करेंगे।