इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले दूर करें अपनी सारी गलतफहमियां, बिना जानें अफवाहों पर न करें भरोसा
Electric Two Wheeler Myths कई लोगों के दिमाग में इसको लेकर मिथ है कि बरसात के मौसम में इलेक्ट्रिक स्कूटर सेफ है या नहीं। चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं। ये एक गलतफहमी है कि पानी के संपर्क में आने के बाद उनमें खराबी आ सकती है। हालांकि ऐसा नहीं है क्योंकि ईवी कई सुरक्षा के साथ आती है
नई दिल्ली,ऑटो डेस्क। भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन की डिमांड दिन पर दिन काफी तेजी से बढ़ते जा रही है। अगर आप अपने लिए एक नया ईवी स्कूटर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं लेकिन ईवी स्कूटर को लेकर लोगों के दिमाग में कई मिथ और सवाल रहते हैं आज हम आपके उन सभी सवालों का जवाब लेकर आए हैं।
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन
रेंज की चिंता और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी जैसी चुनौतियों के बावजूद भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है। आज के समय में लोगों के दिमाग में रेंज सबसे बड़ा सवाल है।
बारिश के मौसम में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन सुरक्षित है या नहीं हैं
कई लोगों के दिमाग में इसको लेकर मिथ है कि बरसात के मौसम में इलेक्ट्रिक स्कूटर सेफ है या नहीं। चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं। ये एक गलतफहमी है कि पानी के संपर्क में आने के बाद उनमें खराबी आ सकती है। हालांकि ऐसा नहीं है, क्योंकि ईवी कई सुरक्षा के साथ आती है और इसको बनाया ही कुछ इस तरीके से जाता है कि ये बारिश के मौसम में भी अच्छे से काम कर सकें।
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की रेंज कम होती है
रेंज के मामले में भी इन लोगों के दिमाग में एक मिथ है कि ईवी रेंज बढ़िया नहीं देती है। अब बाजार में ऐसे कई मॉडल है जो एक बार चार्ज करने पर 100 किमी से अधिक की रेंज देती है और ये ईवी की कीमत और बैटरी पर निर्भर करता है।
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का रखरखाव मुश्किल है
इलेक्ट्रिक वाहन की देखरेख पेट्रोल डीजल वाहनों के मुकाबले अधिक है। बैटरी और मोटर इलेक्ट्रिक स्कूटर के सबसे अहम भाग में से एक होते हैं। अगर आप इन दोनों का ख्याल रखेंगे तो आपके जेब पर अधिक खर्च नहीं आएगा।