Araria Bridge Collapse: बकरा नदी की धारा बदलती गई, बढ़ती गई पुल की लंबाई; बढ़ता गया खर्च
Araria News परड़िया घाट का नवनिर्मित पुल में जिस पर जनता की गाढ़ी कमाई का करोड़ों रुपये लगा था। जिसपर अभी आवागमन भी शुरू नहीं हुआ था सिकटी प्रखंड का जीवनरेखा कहा जाने वाला पुल अचानक ताश के पत्तों की तरह बिखर कर रह गया। इसके साथ ही भावनाएं जमींदोज हो गई वर्षों के इंतजार में आशा भरी लोगों की निगाहें बकरा के गर्भ में समा गई।
संवाद सूत्र, सिकटी (अररिया)। Araria News: परड़िया घाट का नवनिर्मित पुल में जिस पर जनता की गाढ़ी कमाई का करोड़ों रुपये लगा था। जिसपर अभी आवागमन भी शुरू नहीं हुआ था सिकटी प्रखंड का जीवनरेखा कहा जाने वाला पुल अचानक ताश के पत्तों की तरह बिखर कर रह गया। इसके साथ ही भावनाएं जमींदोज हो गई, वर्षों के इंतजार में आशा भरी लोगों की निगाहें बकरा के गर्भ में समा गई। इससे साफ स्पष्ट होता है कि निर्माण के समय आला अधिकारियों का निरीक्षण कागज़ों पर सिमट कर रह गया।
घटना स्थल पर मौजूद ग्रामीणों का कहना हुआ कि निर्माण कार्य जब जारी था, तब दर्जनों बार शिकायत की गई, लेकिन आलाधिकारियों ने संज्ञान तक लेना उचित नहीं समझा। अब नेता आ रहे हैं। पदाधिकारी पहुंच रहे हैं। एक- दूसरे को दोषारोपण का सिलसिला जारी है। पुल निर्माण के बाद नदी किनारे दशकों से बकरा की त्रासदी से परेशान ग्रामीणों को उम्मीद जगी थी कि अब आवागमन सुगम होगा। दूरियां सिमटेगी। दोनों प्रखंड के लोग आसानी से आ-जा सकेंगे।
लेकिन विभागीय अनदेखी, संवेदक की मनमानी तथा मानक के अनुरूप कार्य नहीं होने के कारण ग्रामीणों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।