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    अररिया-सुपौल रेल लाइन पर बनेंगे 93 पुल, 4 का काम पूरा; 12 नए स्टेशन रेलवे स्टेशन भी बनेंगे

    अररिया-सुपौल नई रेल लाइन का काम तेजी से चल रहा है। बारिश के कारण मिट्टी का काम रुका है पर पुल-पुलियों का निर्माण जारी है। अररिया में 39 किमी में 93 पुल बनने हैं जिनमें 4 बड़े पुल पूरे हो गए हैं। यह लाइन खोजड़ी तक जाएगी और सुपौल से जुड़ेगी। 95 किमी लंबी इस लाइन पर 12 नए स्टेशन बनेंगे जिससे इलाके का विकास होगा।

    By Prashant Prashar Edited By: Rajat Mourya Updated: Fri, 22 Aug 2025 02:35 PM (IST)
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    अररिया-सुपौल रेल लाइन पर बनेंगे 93 पुल, 4 का काम पूरा; 12 नए स्टेशन रेलवे स्टेशन भी बनेंगे

    जागरण संवाददाता, अररिया। अररिया-सुपौल नई रेल लाइन के लिए अररिया में तेजी से काम चल रहा है। बारिश के कारण फिलहाल मिट्टी का कार्य रुका हुआ है, लेकिन छोटे और बड़े पुल-पुलियों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस रेलखंड पर सिर्फ अररिया के 39 किमी की लंबाई में 93 छोटे बड़े पुल सहित आरओबी का निर्माण होना है।

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    इनमें 51 बड़े पुल शामिल हैं। जिनमें चार बड़े पुल का निर्माण पूरा हो गया है। इनमें दो पुल रानीगंज और दो मिर्जापुर में बने हैं। यह रेल लाइन अररिया जिले की सीमा खोजड़ी तक जाएगी। जहां से सुपौल रेलखंड से इसका जुड़ाव हो जाएगा।

    इस रेल लाइन के लिए अररिया जिले में 767 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हुआ है। कुल जमीन में रानीगंज प्रखंड में 405 एकड, भरगामा में 246 एकड़ और अररिया प्रखंड में 116 एकड़ जमीन शामिल है। इसमें तीन प्रखंड अररिया, रानीगंज और भरगामा प्रखंड के 21 मौजा की जमीन शामिल है।

    अररयिा से सुपौल रेल लाइन 95 किमी लंबी है। जिसमें सुपौल में सबसे अधिक 52 किमी, अररिया में 39 और मधेपुरा में चार किमी रेल लाइन बिछेगी। इस पूरी रेल लाइन पर यूं तो 12 नए स्टेशन और हॉल्ट बनेंगे। जिसमें अररिया में 39 किमी लंबी रेलखंड पर चार स्टेशन और दो हॉल्ट होंगे।

    इनमें स्टेशन मिर्जापुर, बसैठी, रानीगंज, खोजरी बाजार और हॉल्ट भरगामा व मानुल्लाहपट्टी शामिल है। इसके अलावा सुपौल जिले में बाघहिली, जदिया, लक्ष्मीपुर, त्रिवेणीगंज, पिपरा, थुमहा है। सुपौल की ओर से पिपरा तक ट्रेन का परिचालन हो रहा है। वहीं त्रिवेणीगंज तक काम पूरा हो गया है। सिर्फ सीआरएस निरीक्षण होना है। जिसके बाद ट्रेनों का विस्तार त्रिवेणीगंज तक हो जाएगा।

    इस रेलखंड का जुड़ाव अररिया कोर्ट स्टेशन से होगा। इस पूरी रेलखंड पर लगभग 5500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। पूरी रेलखंड पर बीच में पड़ने वाले ग्रामीण सड़क पर रेलवे फाटक की जगह अंडरपास बनेगा।

    यह रेलमार्ग जिले के अररिया, रानीगंज, भरगामा प्रखंड और सुपौल जिले के सुपौल, पिपरा और त्रिवेणीगंज होकर गुजरेगी। नई रेल लाइन शुरू होने से इन प्रखंड क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा और आर्थिक हालात सुधरेंगे। जिले की पश्चिमी इलाके के दस लाख से अधिक की आबादी को इसका लाभ मिलेगा।

    विदित हो कि 24 अप्रैल 2009 को तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रानीगंज के वाईएनपी कॉलेज के सामने इस रेल परियोजना की आधारशिला रखी थी। उनके कार्यकाल में ही जोगबनी-अररिया-कटिहार रेलवे लाइन के आमान परिवर्तन का उद्घाटन हुआ था।