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अररिया में अज्ञात बीमारी से दो दिनों में तीन बच्चों की मौत, डेढ़ दर्जन से अधिक बीमार; जिले में हड़कंप

रानीगंज प्रखंड के वार्ड-11 चिरवाहा टावर टोला में अज्ञात बीमारी से दो दिनों में तीन बच्चे की मौत हो गई। वहीं डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हैं। इस घटना से गांव में दहशत व्याप्त है। ग्रामीण अपने बच्चों की जान को लेकर चिंतित हैं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर किन बीमारी से इन बच्चों की मौत हुई है।

By Afsar Ali Ansari Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 03 Sep 2024 02:52 PM (IST)
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अज्ञात बीमारी से दो दिनों में तीन बच्चों की मौत। जागरण

संवाद सूत्र, रानीगंज (अररिया)। मझुवा पूरब पंचायत स्थित वार्ड संख्या-11 चिरवाहा टावर टोला में अज्ञात बीमारी से दो दिनों में तीन बच्चों की मौत हो गई। डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हैं। इससे ग्रामीण सहमे हुए हैं। सूचना मिलने पर प्रखंड मुख्यालय से मेडिकल टीम ने गांव पहुंचकर बीमार बच्चों की जांच कर दवा दी।

किस बीमारी से मौत हुई है, इसका पता नहीं चल पाया है। मृत बच्चों के स्वजन का दावा है कि मौत चमकी से हुई है।

अरविंद ऋषिदेव के चार वर्षीय पुत्र रौनक कुमार की मौत शनिवार को हुई थी। रविवार को लवकुश ऋषिदेव के डेढ़ माह के पुत्र अंकुश कुमार व सोमवार को मन्नू ऋषिदेव की सात साल की बेटी गौरी कुमारी की मौत पूर्णिया में उपचार के दौरान हो गई।

डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे बीमार

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अभी भी डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित हैं। सोमवार को कोहवारा एपीएचसी के सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ अफसर) हरीश गौयल, एएनएम मिक्की कुमारी और आशा फैसिलेटर रेखा कुमारी ने गांव में बीमार बच्चों की जांच की।

सीएचओ हरीश गोयल ने बताया कि सभी बच्चों में सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण हैं। इन्हें दवा दी गई है। मृत बच्चों के स्वजन के पास कोई मेडिकल जांच रिपोर्ट नहीं थी। इस कारण यह स्पष्ट नहीं हो सका कि मौत का क्या कारण है। मामले की पूरी जानकारी ली जा रही है।

इन बच्चों को बुखार हुआ था। ग्रामीण चिकित्सकों ने उपचार किया था, लेकिन तबीयत अधिक बिगड़ने पर पूर्णिया के एक अस्पताल में इन्हें भर्ती कराया गया था। वहीं पर बच्चों की मौत हुई। गांव में 15 से 20 बच्चों में सर्दी, खांसी व तेज बुखार के लक्षण थे। जांच टीम ने अभिभावकों को कहा है कि वे बच्चों को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराएं।

जानकारी मिलने पर गांव में मेडिकल टीम भेजी गई है। जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर किस बीमारी से इन बच्चों की मौत हुई है। बीमार बच्चों का उपचार कराया जा रहा है। पल-पल की जानकारी प्राप्त की जा रही है। - रोहित कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रेफरल अस्पताल, रानीगंज

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