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सुबह 5.15 बजे फोन कर बुलाया और मार दी गोली, पत्रकार विमल की हत्या से दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

Araria Journalist Murder दैनिक जागरण के संवाददाता विमल कुमार की शुक्रवार सुबह लगभग 5 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। विमल कुमार की हत्या के मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय ने अररिया के एसपी से फोन पर बात कर पूरी जानकारी ली है। एसपी से पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।

By Jagran NewsEdited By: Aysha SheikhUpdated: Fri, 18 Aug 2023 03:06 PM (IST)
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पत्रकार विमल की हत्या से दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
जागरण संवाददाता, अररिया: Dainik Jagran Journalist Murder: रानीगंज से दैनिक जागरण के संवाददाता विमल कुमार की शुक्रवार सुबह लगभग 5.15 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने रानीगंज थानाक्षेत्र के प्रेमनगर साधु आश्रम मुहल्ले स्थित आवास पर इस घटना को अंजाम दिया है।

हत्या के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। वहीं, हत्या के बाद संवाददाता विमल के दो बच्चों अभिनव आनंद और रोमा कुमारी के सिर से पिता का साया उठ गया है। 13 वर्षीय बेटा अभिनव कक्षा 9 का छात्र है और 11 वर्षीय बेटी रोमा कुमारी कक्षा 8 की छात्रा है।

पत्रकार विमल का परिवार

मृतक विमल बेलसराय पंचायत के वार्ड 6 के मूल निवासी थे। वे रानीगंज के प्रेम नगर साधु आश्रम मोहल्ला में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके परिवार में पत्नी पूजा कुमारी, बेटा अभिनव कुमार और बेटी रोमा कुमारी है।

पत्रकार विमल को सीने में मारी गई गोली

शुक्रवार सुबह 5:15 के करीब दो बाइक से चार बदमाश उनके घर पर पहुंचे और आवाज देकर घर का दरवाजा खुलवाया। पत्रकार विमल के बाहर निकलते ही बदमाशों ने विमल के सीने में गोली मार दी, जिसके तुरंत बाद पड़ोस के दिलीप साह उन्हें रानीगंज सीएचसी ले गए।

रानीगंज सीएचसी में चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, अररिया भेजा गया। घटना के बाद से रानीगंज सहित अररिया में माहौल अक्रोशपूर्ण है। इधर, मृतक के स्वजन, पत्नी व बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। विमल तीन भाई-बहन में सबसे बड़े थे। उनके छोटे भाई कुमार शशि भूषण उर्फ गब्बू की हत्या 2019 में हो गई थी।

एसपी कर रहे जांच, मुख्यालय ने मांगी रिपोर्ट

विमल कुमार की हत्या मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय ने अररिया के एसपी से फोन पर बात कर पूरी जानकारी ली है। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि एसपी खुद घटनास्थल पर गए हैं और पूरी जांच कर रहे हैं।

डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक लैब की टीम को भी जांच के लिए भेजा गया है। एसपी से पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार, सुबह 5:30 बजे अपराधियों ने विमल यादव को आवाज देकर बाहर बुलाया और फिर गोली मार दी।

परिजनों से पूछताछ में जानकारी मिली है कि 2019 में विमल यादव के भाई गोकुल यादव की भी हत्या हुई थी। विमल इसके गवाह थे। कहा जा रहा है कि इसी सिलसिले और पुरानी रंजिश में हत्या की गई है। पुलिस का दावा है कि इस मामले में जल्द ही अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

बिहार में आपराधिक घटनाएं बढ़ने के सवाल पर एडीजी ने कहा कि पुलिस पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और वज्र टीम को लगाया गया है। जो भी घटनाएं हो रही हैं, उनकी जांच कर अपराधियों की गिरफ्तारी की जाएगी।

पत्रकार की हत्या से ग्रामीणों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश

पत्रकार विमल का शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही गांव आया। ग्रामीण पुलिस प्रशासन के खिलाफ उग्र हो गए। मुआवजा और बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया। लगातार हो रही घटनाओं से आम लोगों का पुलिस प्रशासन से भरोसा उठ रहा है।

अररिया डीएसपी, एसडीओ सहित पुलिस को स्थानीय ग्रामीणों ने घेर लिया था। उनके वाहनों को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा था। हजारों की संख्या में दूसरे गांव से भी लोग पत्रकार विमल कुमार के अंतिम दर्शन करने के लिए आए थे।

सभी घटना को लेकर पुलिस प्रशासन से खफा दिखे। लोगों ने बताया कि आम लोगों का जीना  मुश्किल हो गया है। दिनदहाड़े हत्या हो रही है। अररिया में अपराधियों का बोलबाला हो गया है। घटना को लेकर अररिया एसडीपीओ राम पुकार सिंह एवं एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर को ग्रामीणों ने रोक कर रखा।

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