Journalist Vimal Kumar Yadav Murder Case बिहार में अररिया के रानीगंज के पत्रकार विमल कुमार यादव हत्याकांड में नामजद आठ अभियुक्तों के अलावा आधा दर्जन संदिग्ध अपराधी भी पुलिस के निशाने पर है जिसकी कहीं न कहीं इस मामले में संलिप्ता की बात सामने आ रही है। पुलिस ऐसे लोगों को चिह्नित कर साक्ष्य के साथ कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ रही है।
By Ashutosh Kumar NiralaEdited By: Mohit TripathiUpdated: Mon, 21 Aug 2023 06:01 PM (IST)
जागरण संवाददाता, अररिया। Journalist Vimal Kumar Yadav Murder Case: बिहार में अररिया के रानीगंज में दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार यादव हत्याकांड में नामजद आठ अभियुक्तों के अलावा आधा दर्जन संदिग्ध अपराधी भी पुलिस के निशाने पर है, जिसकी कहीं न कहीं इस मामले में संलिप्ता की बात सामने आ रही है।
पुलिस ऐसे लोगों को चिह्नित कर साक्ष्य के साथ कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ रही है। पुलिस ने पूछताछ के लिए चार लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। फरार दो नामजद अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दिन रात एक किए हुए है।
गुप्त सूचना के आधार पर रेड कर रही पुलिस
संकलित सूचना और मुखबिर के आधार पर
पुलिस रेड भी हो रही है। अररिया जिले से लगने वाली भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र के अलावा पड़ोस के सुपौल और मधेपुरा में भी तलाश की गई है।
पुलिस दबिस को देखते हुए बार-बार जगह बदलने और सही लोकेशन नहीं मिलने से पुलिस के लिए पकड़ना मुश्किल हो रहा है। हालांकि पुलिस अन्य माध्यमों से सही लोकेशन का पता लगाकर गिरफ्तारी में जुटी है।
पुलिस का दावा- दो दिनों के अंदर होगी गिरफ्तारी
पुलिस का दावा है कि एक से दो दिनों में फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो जाएगी। वहीं पत्रकार विमल के छोटे भाई तत्कालीन सरपंच कुमार शशिभूषण की हत्या मामले में जेल में बंद दो नामजद अभियुक्तों को इस केस में पहले न्यायिक हिरासत और फिर पुलिस रिमांड पर लेने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इनसे पूछताछ में हत्या से जुड़ी कई अहम जानकारी पुलिस को मिल सकती है।
पुलिस पत्रकार हत्याकांड मामले के दो फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास में लगातार जुटी है।एक से दो दिनों के अंदर ये गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। आठ नामजद के अलावा घटना में संलिप्त आधा दर्जन संदिग्ध पर भी पुलिस की नजर है। चार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है। जेल में बंद दो अभियुक्तों के न्यायिक हिरासत फिर पुलिस रिमांड पर लेने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। पुलिस इस मामले पर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। बेलसरा गांव में भी सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस वहां के हालात पर नजर रख रही है।
अशोक कुमार सिंह, एसपी अररिया
डर के साए में पत्रकार का परिवार
पत्रकार विमल हत्याकांड के बाद से उनके परिवार के लोग काफी डरे सहमे हैं। बुजुर्ग माता-पिता से लेकर बच्चों में भी खौफ है। जिस तरह से उसके छोटे भाई कुमार शशिभूषण की गवाही को प्रभावित करने के लिए विमल की हत्या की गई है। इसके बाद परिवार वालों को लगता है कि इस नए केस के बाद अपराधी फिर न किसी घटना को अंजाम दे दे।
दिवंगत विमल के पिता हरेंद्र प्रसाद सिंह बताते हैं कि परिवार की सुरक्षा को लेकर मन में चिंता बनी रहती है। विमल के होने से काफी हिम्मत था। मैं निश्चिंत रहता था। अब परिवार के भरण पोषण के साथ ही सुरक्षा की भी चिंता लगी रहती है। वहीं बेलसारा गांव के लोगों में भी दहशत का माहौल है।हत्या की लोग मुखर होकर जरूर विरोध कर रहे हैं, लेकिन संलिप्तता को लेकर ग्रामीण चुप्पी साध जाते हैं। फरार अभियुक्त अर्जुन शर्मा और माधव यादव की गिरफ्तारी नहीं होने से लोग खौफजदा हैं। हालांकि घटना के बाद ही विमल के घर पर सुरक्षा को लेकर पुलिस की तैनाती की गई है। पुलिस के जवान दिन रात वहां सुरक्षा में लगे हैं।
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