पत्रकार विमल हत्याकांड में पुलिस का अनुसंधान जारी है। कांड के सभी नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभिन्न स्तरों से साक्ष्य जुटाने के साथ ही इसे पुख्ता करने में जुटी है ताकि आरोपित को न्यायालय में किसी तरह का लाभ नहीं मिल सके और कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जा सके। पुलिस अब हत्याकांड में प्रयुक्त बरामद हथियार और कारतूस के जांच की कवायद में जुट गई है।
By Ashutosh Kumar NiralaEdited By: Prateek JainUpdated: Thu, 24 Aug 2023 05:32 PM (IST)
जागरण संवाददाता, अररिया। Araria Journalist Murder: पत्रकार विमल हत्याकांड में पुलिस का अनुसंधान जारी है। कांड के सभी नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभिन्न स्तरों से साक्ष्य जुटाने के साथ ही इसे पुख्ता करने में जुटी है, ताकि आरोपित को न्यायालय में किसी तरह का लाभ नहीं मिल सके और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जा सके।
पुलिस अब हत्याकांड में प्रयुक्त बरामद हथियार और कारतूस के जांच की कवायद में जुट गई है। कोर्ट से ऑर्डर मिलने के बाद इसे जांच में भेजा जाएगा। बरामद हथियार की दो स्तरों पर जांच होगी।
जेल में बंद रूपेश को रिमांड पर लेने की तैयारी
पहले हथियार के विशेषज्ञ मेजर के यहां इसको
जांच के लिए भेजा जाएगा। वहां इसके बैरल की जांच की जाएगी, ताकि पता चल सके कि इससे गोली फायर हुई है या नहीं, चालू अवस्था में है या नहीं, हथियार कितना पुराना है, बरामद कारतूस इसी हथियार का है या नहीं आदि बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
वहीं, इसके बैलिस्टिक को जांच के लिए पटना भेजा जाएगा। पुलिस एफएसएल रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है, ताकि पता चल सके कि घटनास्थल से लिए गए खून के सैंपल का ग्रुप क्या है, वह दिवंगत पत्रकार विमल यादव के ब्लड ग्रुप से मिल रहा है या नहीं सहित कई तकनीकी जानकारी इससे मिलेगी।इधर, पुलिस पूर्व से जेल में बंद रूपेश यादव और क्रांति यादव को भी पुलिस रिमांड पर लेने की न्यायिक प्रक्रिया में जुटी है।
सुपौल जेल में बंद रूपेश यादव को पुलिस अररिया जेल में स्थानांतरित कराने की न्यायिक प्रक्रिया में जुटी है, ताकि उसको पुलिस रिमांड पर लेकर हत्या के विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ की जा सके।
चूंकि पुलिस को गिरफ्तार आरोपितों के पास से जब्त मोबाइल के तकनीकी अनुसंधान में रूपेश यादव और क्रांति यादव के द्वारा दूसरे के नाम से निर्गत सीम और मोबाइल से बातचीत के साक्ष्य मिले हैं।पुलिस यह भी जांच करेगी कि आखिर जेल में इनलोगों के पास मोबाइल कैसे पहुंचा। ज्ञात हो कि घटना में प्रयुक्त दो देसी कट्टे, नौ पीस कारतूस, एक खोखा, चार मोबाइल और घटना में प्रयुक्त एक अपाची बाइक बरामद की गई है।
पत्रकार हत्याकांड मामले में आगे का अनुसंधान चल रहा है। बरामद हथियार और कारतूस को जांच के लिए भेजा जाएगा। एफएसएल रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है। इस रिपोर्ट को कोर्ट में सबमिट किया जाएगा। पूर्व से सुपौल जेल में बंद हत्याकांड के आरोपित रूपेश को अररिया जेल में स्थानांतरित करने के लिए न्यायिक प्रक्रिया की जा रही है, जिसके बाद पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। - अशोक कुमार सिंह, एसपी, अररिया
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