PM मातृ वंदना योजना में अरवल जिला लक्ष्य से काफी पीछे, अब तक मात्र 2977 का ही हुआ पंजीकरण
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से गर्भवती महिलाओं को दो किस्तों में छह हजार की राशि मिलती है। लाभुकों को लाभान्वित कराने में जिला लक्ष्य से काफी पीछे है। छह हजार 816 लक्ष्य दिया गया है। अब तक मात्र 2977 का ही पंजीकरण हुआ है। इस योजना के कारण संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल रहा है। जच्चा-बच्चा के जीवन पर मौत का खतरा कम हो जाता है।
जागरण संवाददाता, अरवल। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से गर्भवती महिलाओं को दो किस्तों में छह हजार की राशि मिलती है। लाभुकों को लाभान्वित कराने में जिला लक्ष्य से काफी पीछे है। छह हजार 816 लक्ष्य दिया गया है। अब तक मात्र 2977 का ही पंजीकरण हुआ है।
इस योजना के कारण संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल रहा है। जच्चा-बच्चा के जीवन पर मौत का खतरा कम हो जाता है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती और धातृ महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषण स्तर में सुधार के लिए है। योजना की राशि सीधे लाभुक के खाते में भेजी जाती है।
150 दिनों में गर्भवती को आंगनबाड़ी में कराना होता है निबंधन
इसका लाभ पाने के लिए 150 दिनों के भीतर गर्भवती को नजदीक के आंगनबाड़ी केंद्र में निबंधन कराना होता है। निबंधन के डेढ़ सौ दिन के भीतर गर्भवती महिलाओं को प्रथम किस्त के रुप में तीन हजार की राशि मिलती है। इसके बाद नवजात के जन्म के पंजीकरण व टीकाकरण के प्रथम चक्र के बाद दो हजार की राशि दी जाती है।संस्थागत प्रसव होने पर जननी सुरक्षा से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को चौदह सौ और शहरी महिलाओं को एक हजार की राशि देने का प्रविधान है। कुल छह हजार की राशि इस योजना के तहत गर्भवती को उपलब्ध कराया जाता है।
योजना का लाभ एक बार ही एक गर्भवती को देने का प्रविधान है, लेकिन दूसरा बच्चा बेटी होने पर प्रसूता को एक मुश्त छह हजार लाभ दिया जाता है। दूसरा बच्चा पुत्र होने पर योजना का लाभ देने का प्रविधान नहीं है
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पिछले एक जनवरी 2018 से लागू हुआ है।
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मातृत्व वंदना योजना में लक्ष्य प्राप्ति में तेजी लाने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर कैंप लगाया जा रहा है। जल्द ही इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। - धीरेंद्र कुमार, जिला मिशन समन्वय, अरवल