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जरूरी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध रहे इसका रखें ख्याल

अरवल प्रखंड क्षेते के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किजर का गुरुवार को गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा.अरविद कुमार ने औचक निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 10 Mar 2022 11:37 PM (IST)
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जरूरी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध रहे इसका रखें ख्याल

अरवल : प्रखंड क्षेते के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किजर का गुरुवार को गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा.अरविद कुमार ने औचक निरीक्षण किया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. संजीव कुमार भी उपस्थित थे। गैर संचारी रोग पदाधिकारी ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी जरूरी दवाइयां तथा सुविधाएं उपलब्ध रहे इसके लिए दिशा निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि सरकार का पूरा जोर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सु²ढ़ बनाने में लगा हुआ है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद सरकार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है। स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के लिए उन्होंने कई निर्देश भी दिए। स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत पैथोलॉजिस्ट एवं फार्मासिस्ट को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी लोग तत्पर होकर कार्य करें जिससे कि यहां आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े। फरमासिस्ट को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जरूरी दवाइयां तथा जांच कीट उपलब्ध रहे इसके लिए वे समय पर जरूरी सूचना सिविल सर्जन कार्यालय को दें। सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया।

अतिथि शिक्षकों के पारिश्रमिक भुगतान की मांग :

उच्चतर माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को जनवरी और फरवरी माह के पारिश्रमिक भुगतान के लिए पुन: आग्रह किया गया, लेकिन आज तक भुगतान की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। जिला अध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि पत्र के माध्यम से भी अवगत कराया गया, परंतु वित्तीय वर्ष समाप्त होने वाला है और अतिथि शिक्षकों का पारिश्रमिक भुगतान आज भी लंबित है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक द्वारा अतिथि शिक्षकों का बकाया भुगतान का पत्र निर्गत किया जा चुका है परंतु आज भी अतिथि शिक्षक विपिन कुमार और उषा कुमारी मिर्जापुर उदय शंकर मिश्रा दनियाला का एक लाख पच्चास हजार रुपए का बकाया एरियल लंबित रखा गया है।उच्चतर माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ द्वारा पत्र के माध्यम से कई बार अवगत कराया गया, परंतु इस पर विचार नहीं हो रहा है, जो माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पत्र की अवहेलना भी है। बिहार के अन्य जिलों में अतिथि शिक्षकों का जनवरी और फरवरी माह का पारिश्रमिक भुगतान किया जा चुका है। वेतन नहीं मिला तो अतिथि शिक्षकों की होली फीकी रह जाएगी।

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