Bihar News Crime 25000 का इनामी शीर्ष-10 में शामिल अपराधी गुप्तेश्वर पासवान को ओबरा थाना पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी एक जनवरी को की गई है। वह अरवल और औरंगाबाद जिले का शीर्ष 10 अपराध कर्मियों की सूची में शामिल है। दोनों जिलों में दर्ज आठ मामलों में वांछित था जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी।
संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। 25000 का इनामी शीर्ष-10 में शामिल अपराधी गुप्तेश्वर पासवान को ओबरा थाना पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी एक जनवरी को की गई है। वह अरवल और औरंगाबाद जिले का शीर्ष 10 अपराध कर्मियों की सूची में शामिल है। दोनों जिलों में दर्ज आठ मामलों में वांछित था, जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी।
प्रेस कांफ्रेंस में रविवार को एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ने बताया कि तकनीकी स्रोतों से प्राप्त सूचना के आधार पर एक जनवरी को बेंगलुरु में ओबरा थाना के भरुब निवासी गुप्तेश्वर पासवान उर्फ बूढ़ा पासवान को गिरफ्तार किया गया क।
ओबरा थाना क्षेत्र में लूट की हुई प्राथमिकी में उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष छापेमारी दल गठित की गई थी। ओबरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा, सिपाही मुन्ना कुमार एवं विशाल कुमार शामिल थे। छापेमारी दल कर्नाटक के बेंगलुरु में सुनियोजित तरीके से प्राप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार करने में कामयाब रही।
बताया गया कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार होकर काफी समय से बेंगलुरु में निजी कंपनी में काम कर रहा था। उसके खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं।
इन धाराओं मं दर्ज हैं मामले
एसडीपीओ के अनुसार, IPC की धारा 394, 461, 379, 395, 399, 402, 392 और आर्म्स एक्ट की विविध धाराओं के तहत आठ प्राथमिकी उसके विरुद्ध अरवल जिला के मेहंदिया, औरंगाबाद के ओबरा, दाउदनगर और झारखंड के हरिहरगंज थाने में दर्ज हैं।
सड़क पर कांटी लगा लूटने में है माहिर
गुप्तेश्वर पासवान के खिलाफ जो प्राथमिकी विभिन्न स्थानों में अंकित है उसमें लूट और डकैती के मामले हैं। आमतौर पर सड़क पर कांटी लगाकर ट्रक और सवारी वाहनों को लूटने का काम किया करता था। हथियार के बल पर लूट की घटना को अंजाम देता था। सीमावर्ती जिला अरवल और औरंगाबाद में कांटी गिरोह का सरगना है।
गिरफ्तार हो चुकें है ये सदस्य
इसके गिरोह के तीन सदस्य दिनेश पासवान, गुड्डू राजवंशी और सुरेश राजवंशी को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है। गुप्तेश्वर से पूछताछ के क्रम में पुलिस को इसके गिरोह के अन्य सरगना, घटना को अंजाम देने के तरीके समेत विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त हुई है।
माना यही जा रहा है कि आने वाले समय में सड़कों पर होने वाली लूट और डकैती की घटनाओं पर रोक लगाने में पुलिस को गुप्तेश्वर से प्राप्त सूचना के आधार पर सफलता प्राप्त हो सकती है।
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