Bihar Politics: 'आरक्षण पर लालू की हिम्मत नहीं हुई कि नीतीश से...' RJD MLC ने अपने ही नेता को सुना दिया; मुख्यमंत्री को भी घसीटा
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधान पार्षद (एमएलसी) प्रो. रामबलि सिंह ने नीतीश कुमार एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद को अतिपिछड़ा समाज का सबसे बड़ा विरोधी बता दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब इस मुद्दे को लेकर वह लालू प्रसाद यादव के पास गए तो उनकी हिम्मत नहीं हुई कि वे नीतीश कुमार से बात करें।
By Jagran NewsEdited By: Mukul KumarUpdated: Mon, 25 Dec 2023 08:24 AM (IST)
जागरण संवाददाता, दाउदनगर (औरंगाबाद)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधान पार्षद (एमएलसी) प्रो. रामबलि सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद को अतिपिछड़ा समाज का सबसे बड़ा विरोधी बताया है।
प्रो. सिंह रविवार को बिहार के औरंगाबाद जिले में दाउदनगर स्थित एक होटल में चंद्रवंशी चेतना मंच द्वारा आयोजित जाति आधारित सर्वेक्षण और अतिपिछड़ा वर्ग की स्थिति पर आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे।
कर्पूरी चर्चा के बहाने नीतीश की चर्चा
उन्होंने लोगों से यह भी पूछा कि क्या सत्तारूढ़ दल का व्यक्ति इस तरह से बात करता है। हम तो सत्ता से सड़क तक और फिर न्यायालय तक आरक्षण के मुद्दे को लेकर गए हैं। कर्पूरी चर्चा के बहाने नीतीश की चर्चा हो रही है। कर्पूरी ठाकुर की मंशा पूरी नहीं हो रही है। तीन जातियों को अतिपिछड़ा में घुसा दिया गया।नीतीश कुमार से नहीं की बात
उन्होंने कहा कि जब इस मुद्दे को लेकर वह लालू प्रसाद यादव के पास गए तो उनकी हिम्मत नहीं हुई कि वे नीतीश कुमार से बात करें।
उन्होंने इस मुद्दे पर जदयू के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से बात की, तब उन्होंने कहा था कि कैबिनेट के एजेंडे में यह प्रस्ताव शामिल कर लिया गया है, अब इसे केवल नीतीश कुमार ही रोक सकते हैं। एमएलसी सिंह ने कहा कि अतिपिछड़ों का हक भाजपा नहीं, बल्कि लालू और नीतीश कुमार मार रहे हैं।
यह भी पढ़ें-नए साल पर बिहार आ सकते हैं नवनियुक्त कांग्रेस प्रदेश प्रभारी, मोहन प्रकाश पार्टी नेताओं संग बनाएंगे रणनीति
सामान्य से तीन डिग्री चढ़ा पटना का तापमान, अब नए साल में पड़ेगी कड़ाके की ठंड; जानें आज कहां कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।