Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के साथ कर रहे थे चालाकी, औरंगाबाद में 20 BPSC शिक्षकों की नौकरी पर लटकी तलवार
Bihar Teacher News बीपीएससी शिक्षकों का फर्जीवाड़ा लगातार सामने आ रहा है। शिक्षा विभाग की जांच में उनके द्वारा जमा किए गए कागजात में गड़बड़ी निकलकर सामने आ रही है। जांच के दौरान 10 शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र में भारी गड़बड़ी मिली है। वहीं डीपीओ स्थापना दयाशंकर सिंह ने बताया कि 10 शिक्षकों से दोबारा स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। Bihar Teacher News: बिहार लोक सेवा आयोग से बहाल हुए शिक्षक लगातार सेवा से बर्खास्त हो रहे हैं। उनके द्वारा जमा किए गए कागजात में गड़बड़ी मिल रही है। एक बार फिर 20 शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार लटकी है। जांच के दौरान 10 शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र में गड़बड़ी मिली है। डीपीओ स्थापना दयाशंकर सिंह ने बताया कि 10 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वर्ग 11वीं से 12वीं में देव प्रखंड के कमला देवी उच्च विद्यालय खडीहा में कार्यरत प्रिया कुमारी, गोह के एनकेएसएच बैजलपुर की आकांक्षा, बारुण के उत्क्रमित उच्च विद्यालय टहल अंबा की कविता कुमारी, कुटुंबा के आरके उच्च विद्यालय कुटुंबा के गुड़िया कुमारी, रफीगंज के एमएस विद्यालय बरुणा की पूजा कुमारी, औरंगाबाद के उच्च माध्यमिक विद्यालय नौगढ़ के प्रमोद कुमार रवि, नबीनगर के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मंझियावां की खुशबू कुमारी, मदनपुर के उच्च माध्यमिक विद्यालय घोड़ाडीहरी की प्रियंका कुमारी, दाउदनगर के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बेलवां के राजीव रंजन कुमार एवं वर्ग छह से आठ में एमएस हुंडरही के पूजा वर्मा से स्पष्टीकरण पूछा गया है।
डीपीओ ने लिखा पत्र
डीपीओ ने पत्र में लिखा है कि आप सभी की विद्यालय अध्यापकों की नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग के विज्ञापन संख्या 27/2023 के आलोक में हुई है। आपके द्वारा उपस्थापित शैक्षणिक-प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों के अवलोकन से स्पष्ट है कि आपकी योग्यता विद्यालय अध्यापक के लिए समुचित नहीं है। विज्ञापित पद हेतु आवश्यक अहर्ता धारण नहीं करने के बावजूद आपके द्वारा आवेदन किया गया तथा आवेदन में असत्य सूचना अंकित कर विभाग को दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया गया।
तीन दिनों के अंदर प्रमाण पत्रों की स्वअभिप्रमाणित प्रति संलग्न करते हुए स्पष्ट करें कि आपके इस कृत्य के लिए क्यों न आपकी बहाली को निरस्त करते हुए आपका औपबंधिक नियुक्ति पत्र को रद किया जाए। समयावधि में जवाब प्राप्त नहीं होने पर यह माना जाएगा कि इस संदर्भ में आपको कुछ नहीं कहना है।
10 अन्य स्कूलों के अध्यापकों से दोबारा स्पष्टीकरण की मांग
डीपीओ ने बताया कि इसके अलावा 10 अन्य विद्यालयों के अध्यापकों से दोबारा स्पष्टीकरण मांगा गया है। विद्यालय अध्यापकों का उपस्थापित शैक्षणिक-प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि इनकी योग्यता विद्यालय अध्यापक हेतु समुचित नहीं है। सभी से एक बार पहले स्पष्टीकरण मांगा गया था परंतु जवाब नहीं दिया गया। जवाब नहीं देने पर दोबारा स्पष्टीकरण मांगा गया है।
शिक्षकों के नाम आए सामने
वर्ग छह से आठ में मदनपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय धोबडीहा की तृप्ती मौर्य, मध्य विद्यालय अंजनवा की कुलसुम जहान, उत्क्रमित उच्च विद्यालय जुड़ाही की रेखा कुमारी, दाउदनगर प्रखंड के मध्य विद्यालय लाला अमौना की रीना कुमारी, बारुण के उत्क्रमित मध्य विद्यालय रिउर के नवीन प्रसाद से दोबारा स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
वहीं गोह के मध्य विद्यालय बसावनपुर के नम्रता पांडेय, औरंगाबाद प्रखंड के मध्य विद्यालय बभंडीह की रीना कुमारी, वर्ग नवम से दशम में रफीगंज प्रखंड के उच्च विद्यालय पौथू के संतोष कुमार, वर्ग एक से पांच में कुटुंबा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय सड़सा-सड़सी के रीना यादव, हसपुरा प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय दरबारी बिगहा डिंडिर के आलोक कुमार शुक्ला, औरंगाबाद के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय रविकर बिगहा के कुमार गौरव एवं बारुण प्रखंड के मध्य उत्क्रमित उच्च विद्यालय तहल अंबा के अंजना कुमारी से भी दोबारा स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
उन्होंने बताया कि दो विद्यालयों के अध्यापकों द्वारा समय से स्पष्टीकरण समर्पित नहीं किया गया है। शेष विद्यालय के अध्यापकों के द्वारा जो स्पष्टीकरण समर्पित किया गया है, संतोषजनक नहीं है। सभी को निर्देश दिया जाता है कि तीन दिनों के अंदर विद्यालय अध्यापक के पद पर किए गए अपने आवेदन में अंकित प्रमाण पत्र के सापेक्ष अपना स्पष्टीकरण समर्पित करें।
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