Bihar Vanshavali: वंशावली बनवाने का रेट फिक्स, अब करना होगा इतना भुगतान; सर्वे के बीच नीतीश सरकार का बड़ा फैसला
बिहार में इन दिनों जमीन सर्वे को लेकर काफी लोग परेशान हैं। जिनके नाम पर जमीन नहीं है उन्हें वंशावली के साथ पेश होने को कहा गया है। ऐसे में सभी के मन में इस बात की चिंता है कि वंशावली को कैसे बनवा सकते हैं और इसमें कितना खर्च आएगा। तो आज हम आपको वंशावली बनवाने के खर्च के बारे में बताने जा रहे हैं।
संवाद सूत्र, मदनपुर (औरंगाबाद)। औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बहुउद्देशीय भवन में शुक्रवार को बीडीओ अवतूल्य कुमार आर्य ने सरपंच एवं ग्राम कचहरी सचिव के साथ बैठक की।
उन्होंने बताया कि ग्राम कचहरी में आ रही समस्याओं जैसे वंशावली निर्गत करने, न्याय मित्र की अनुपस्थिति, पंचायत में चल रही कार्यों की जानकारी पर चर्चा की गई। ग्राम कचहरी द्वारा जारी नोटिस चौकीदार से भेजने की बातें कही गई। पंचायती राज विभाग के प्राप्त पत्र के अनुसार वंशावली बनाया जाए।
इसके लिए पहली बार 10 रुपये शुल्क निर्धारित किए गए हैं, अगर दूसरी बार बनेगा तो 100 रुपए शुल्क लगेंगे। सभी शुल्क ग्राम सेवक के पास जमा कर रसीद लेंगे। आवेदन लेने के बाद सात दिनों के अंदर जांचोपरांत ग्राम कचहरी सचिव को भेजेंगे। ग्राम कचहरी सचिव सरपंच को अग्रसारित करेंगे।
सरपंच आम सूचना पत्र अपने कार्यालय पर चिपकाएंगे। अगर किसी ग्रामीण को आपत्ति होती है तो एक सप्ताह के अंदर आवेदन सरपंच को दे सकते हैं। इसके बाद सरपंच द्वारा ग्राम सेवक को वापस कर दी जाएगी। बीपीआरओ विनोद कुमार वर्मा, सरपंच देवेंद्र मिश्रा उपस्थित रहे।
पंचायत भवन में भूमि सर्वे के लिए शिविर
नबीनगर (औरंगाबाद) प्रखंड के महुआंव पंचायत के पंचायत भवन महुआंव में भूमि सर्वे के लिए शुक्रवार को विशेष शिविर लगाया गया। शिविर में भूमि सर्वे अधिकारी पल्लवी कुमारी, अमीन सुधीर कुमार और ऋषभ जायसवाल के द्वारा शिविर लगाकर ग्रामीणों को भूमि सर्वे के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।शिविर में उपस्थित लोगों को भूमि से संबंधित आवश्यक दस्तावेज के बारे में जानकारी देते बताया कि प्रखंड के सभी पंचायत में शिविर लगाया जाएगा। शिविर में उपस्थित अधिकारी ने बताया कि यह सर्वे सरकार के द्वारा कराया जा रहा है।
सर्वे अधिकारी पल्लवी कुमारी ने बताया कि सर्वे के दौरान भूमि स्वामी को अपने आवश्यक दस्तावेज के साथ शिविर में उपस्थित होना होगा तभी जाकर उन्हें अपने भूमि से संबंधित जानकारी मिलेगी।शिविर में उपस्थित ग्रामीणों ने सरकार के इस योजना का समर्थन किया एवं बड़ी संख्या में भाग लिया। मुखिया बृजमोहन सिंह, सरपंच वीरेंद्र कुमार सिंह, वार्ड सदस्य समेत सैकड़ो के संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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