Move to Jagran APP

बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन के लिए होगा सत्याग्रह

औरंगाबाद। बिहटा-अरवल औरंगाबाद रेलवे लाइन की मांग कई वर्षों से हो रही है। इसके लिए कभ

By JagranEdited By: Updated: Mon, 28 Jan 2019 07:05 PM (IST)
Hero Image
बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन के लिए होगा सत्याग्रह

औरंगाबाद। बिहटा-अरवल औरंगाबाद रेलवे लाइन की मांग कई वर्षों से हो रही है। इसके लिए कभी पदयात्रा कर तो कभी आंदोलन कर इसकी मांग होती आई है। यहां बता दें कि बीते वर्ष 16 अक्टूबर 2007 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा पालीगंज में उक्त रेल लाइन का शिलान्यास किया गया था। उसके बाद आज तक इस योजना पर कोई काम नहीं हुआ। इतना ही नहीं बिहटा-अरवल-औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति द्वारा 31 जनवरी से नई दिल्ली के जंतर मंतर में सत्याग्रह की शुरुआत की जा रही है। समिति के अरवल जिला संयोजक मनोज ¨सह यादव, जिला संयोजक अजय कुमार यादव, सत्येंद्र कुशवाहा, पालीगंज मंडल संयोजक चंदन वर्मा, मंडल संयोजक अजय कुमार सहित द्वारा संयुक्त हस्ताक्षरक्षित आवेदन प्रधानमंत्री कार्यालय को दिया गया है। आवेदन में कहा गया है कि अरवल, पालीगंज, विक्रम, दुल्हिन बाजार, कलेर, मेहंदिया, दाउदनगर, ओबरा, औरंगाबाद के लोग करीब 17 वर्षों से आंदोलन एवं संघर्षरत है। इस रेल परियोजना की घोषणा एवं सर्वे के लिए घोषणा पूर्व रेल मंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया था। 16 अक्टूबर 2007 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा पालीगंज में शिलान्यास किया गया था। सर्वेक्षण का रेलवे कोड भी निर्धारित किया गया। जिसमें करोड़ों रुपये खर्च किए गए, पर आज तक कार्य ठप है। कार्य में प्रगति न होने पर क्षेत्र के लोगों द्वारा वर्ष 2016 में सरकार एवं रेलवे बोर्ड का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए अनुग्रह नारायण रोड से करीब 135 किलोमीटर की पदयात्रा की गई थी। 29 जनवरी 2017 को बिहटा में करीब साढ़े पांच घंटे तक रेलवे ट्रैक जाम किया गया था। आंदोलनकारियों से वार्ता करने के बाद रेलवे द्वारा लिखित आश्वासन दिया गया था कि 28 सौ करोड़ की राशि इस वर्ष मिलेगी और कार्य होगा। परंतु बजट में निराशा हुआ। फिर 29 जनवरी 2018 को डीआरएम दानापुर कार्यालय के समक्ष अनशन एवं आंदोलन हुआ, पर रेलवे द्वारा राशि जारी नहीं की गई। इस बार 16 जनवरी को महाप्रबंधक रेल हाजीपुर के समक्ष धरना एवं प्रदर्शन दिया गया और अब 31 जनवरी से जंतर मंतर नई दिल्ली में सत्याग्रह किया जा रहा है। जिला संयोजक अजय कुमार यादव ने बताया कि 31 जनवरी से दो फरवरी 2019 तक सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक धरना सत्याग्रह किया जाना है। सत्याग्रह के माध्यम से बिहटा- अरवल- अनुग्रह नारायण रोड का कार्य अतिशीघ्र चालू कराने एवं बजट सत्र 2019 के आम बजट में प्राक्कलन राशि का आवंटन करने की मांग की जा रही है। सत्याग्रह की तैयारी अंतिम चरण में है। औरंगाबाद जिला संयोजक अजय कुमार यादव ने दिल्ली से दूरभाष पर बताया कि सत्याग्रह की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है।औरंगाबाद, काराकाट, जहानाबाद एवं पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से करीब 150 से अधिक लोगों के सत्याग्रह में

पहुंचने की संभावना है। बताया कि इस लंबित रेल परियोजना को पूरा कराने के लिए संबंधित लोकसभा क्षेत्रों के सांसदों को भी रेलवे संघर्ष समिति द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है। 19-20 जनवरी को औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार ¨सह, काराकाट सांसद एवं पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा, पाटलिपुत्र सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव तथा राज्यसभा सांसद मीसा भारती को ज्ञापन सौंपा गया है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।