Bihar Flood: नदी में बह गए 1 बाइक पर सवार 5 लोग, बाढ़ का पानी लील गया मां-बेटे की जिंदगी
Aurangabad Flood बिहार के औरंगाबाद जिले में एक बाइक पर सवार होकर महुआधाम जा रहे पांच लोग अंबा में बटाने नदी में बह गए। इस हादसे में तीन लोगों को पास में मौजूद युवाओं ने बचा लिया। परंतु एक मां और उसके मासूम बेटे का अभी तक कहीं पता नहीं चला है। एसडीआरएफ की टीम ग्रामीणों के साथ मिलकर शाम तक दोनों को ढूंढती रही।
संवाद सूत्र, जागरण, अंबा (औरंगाबाद)। अंबा-देव पथ में अंबा थाना से कुछ ही दूरी पर बटाने नदी के डायवर्सन से गुजर रहे बाइक सवार पांच ग्रामीण नदी के तेज बहाव में बह गए। एक ही बाइक पर सवार पांच ग्रामीण मंगलवार शाम करीब सात बजे कुटुंबा के महुआधाम जा रहे थे कि डायवर्सन पर तेज बह रहे पानी की धार में बह गए।
हल्ला होने पर ग्रामीणों ने किसी तरह तीन को नदी से बाहर निकाला परंतु दो लापता हो गए। नदी में लापता हुए मां-बेटे को खोजने के लिए एसडीआरएफ की टीम लगी है, परंतु अब तक नहीं मिले हैं। तीन को तेलहारा गांव के युवकों ने किसी तरह डूबने से बचाया।
बताया गया कि गोह थाना क्षेत्र के दधपी गांव निवासी 30 वर्षीय संतोष पाल, कासमा थाना क्षेत्र के पखनोउर की 45 वर्षीय शीला देवी, संतोष पाल की 26 वर्षीय पत्नी प्रियंका देवी, दो वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार, पुत्र एक वर्षीय अभ्यम कुमार एक ही बाइक पर सवार होकर जा रहे थे।
देव से होते हुए अंबा के बटाने नदी पर बने डायवर्सन से अंबा बाजार होते हुए महुआधाम जा रहे थे कि बटाने नदी की जलधारा आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया।
डायवर्सन उस पार मौजूद लोगों ने बाइक चालक को चेतावनी देते हुए नदी पार करने से मना किया। परंतु बाइक चालक संतोष पाल यह सोचकर डायवर्सन पार करने लगे चले जाएंगे।
डायवर्सन पर बह रही नदी की तेज धार में बाइक डगमगाई और सभी बाइक समेत नदी में जा गिरे। संतोष और उसकी सास शीला देवी, पुत्र सत्यम एक दूसरे को पकड़े हुए थे। नदी के मध्य एक झाड़नुमा पेड़ जो लगभग 200 मीटर आगे था, उसे शीला ने पकड़ लिया।
शोर मचाने लगी- बाबू हो बचाव हो। इस पर तेलहारा गांव के युवकों ने आवाज सुन दौड़कर नदी में कूदकर तीनों को बचा लिया।संतोष की पत्नी प्रियंका एवं पुत्र अभ्यम की रात 12 बजे तक ग्रामीणों के साथ पुलिस अधिकारी खोजते रहे परंतु नहीं मिला।बीडीओ मनोज कुमार एवं सीओ चंद्रप्रकाश जिला प्रशासन को सूचना देकर एसडीआरएफ की टीम भेजने का आग्रह किया। बचाए गए तीनों लोगों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल कुटुंबा पहुंचाया गया। सुबह तीनों अपने घर चले गए।
सुबह से एसडीआरएफ की टीम लगा रही चक्कर बुधवार की सुबह से एसडीआरएफ की टीम दो नाव के साथ मां-बेटे को खोज रही है।नदी में कास की झाड़ी एवं जंगली पेड़ होने के कारण टीम को दिक्कत हो रही है। नदी में शव ढूंढने का प्रयास जारी है परंतु नहीं मिला है।
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