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डेंगू के बढ़ रहे मामले, स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट

जिले में डेंगू का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी सकते में आ गया है। लगातार मामले बढ़ने से हर कोई हैरान है। स्वास्थ्य विभाग अब लोगों को एलर्ट कर रहा है।

By Shubham Kumar SinghEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Wed, 26 Oct 2022 07:19 PM (IST)
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जिले में डेंगू का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है।

औरंगाबाद :जागरण संवाददाता, जिले में डेंगू का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। बढ़ते प्रकोप की मद्देनजर जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट है। मरीजों को कोई परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जा रहा है। बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम डा. कुमार मनोज ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। डीपीएम ने बताया कि बुधवार को कुल 30 संदेहास्पद मरीज मिले हैं।

इससे पहले मंगलवार को कुल 20 मरीज संदेहास्पद मिले थे। दो दिनों में कुल 50 संदेहास्पद डेंगू के मरीज मिले हैं। सभी का एलिजा टेस्ट किया जा रहा है। एलिजा टेस्ट में अब तक कुल 27 मरीज संक्रमित मिले हैं। सभी का उपचार किया जा रहा है। डीपीएम ने बताया कि सभी प्रखंडों में जांच कीट उपलब्ध है। कीट द्वारा जांच में अगर संक्रमित मरीज मिल रहे हैं तो उनका सदर अस्पताल में एलिजा टेस्ट किया जा रहा है। मरीजों के लिए जांच से लेकर दवा तक निशुल्क उपलब्ध है। दवा की कोई कमी नहीं है।

सिविल सर्जन डा. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि अगर किसी मरीज को दो दिनों से अधिक बुखार है तो वह अपना सीबीसी जांच कराएं। जांच में अगर प्लेटलेट्स कम पाया जाता है तो डेंगू टेस्ट कराएं। डेंगू संक्रमित होने के बाद मरीज घबराएं नहीं बल्कि स्थानीय सरकारी अस्पताल में जाकर चिकित्सक से उपचार कराएं। हर प्रखंड के अस्पतालों में पांच-पांच बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है।

एसडीएच दाउदनगर व सदर अस्पताल में 10-10 बेड का विशेष डेंगू वार्ड बनाया गया है। गंभीर मरीजों को यहां भर्ती कर उपचार किया जाएगा। मरीजों की उपचार में किसी प्रकार की कोई कमी न हो इसके लिए हम सभी कार्य कर रहे हैं। चिकित्सा पदाधिकारियों से लेकर से लेकर अन्य स्वास्थ्यकर्मी सजग हैं। मरीजों को बेहतर इलाज हो इसके लिए हम सभी प्रयासरत हैं।

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