बांका में बढ़े डेंगू के मामले! चेयरमैन ने पदाधिकारी को लिखा पत्र, कहा- मैं खुद पड़ी बीमार, अब तो कराइए फॉगिंग
बिहार के बांका जिले में डेंगू के मरीज बढ़ने लगे हैं। हर रोज आठ से दस लोगों की जांच हो रही है। इस बीच जागर पंचायत की अध्यक्ष रीता साहू डेंगू का शिकार हो गईं हैं। इसपर उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि अब वह खुद डेंगू से पीड़ित हो गईं हैं। अब तो कम से कम फॉगिंग कराई जाए।
By Priyaranjan kumarEdited By: Mukul KumarUpdated: Sun, 10 Sep 2023 11:24 AM (IST)
संवाद सूत्र, अमरपुर (बांका): मैं डेंगू की चपेट में हूं और मेरा इलाज चल रहा है, अब तो आप पूरे शहर में फॉगिंग कराइए। ये दर्द अमरपुर नगर पंचायत की अध्यक्ष रीता साहू की है। वह डेंगू से पीड़ित हैं।
ऐसे में वह नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखकर पूरे शहर में फॉगिंग करने की बात कह रही है। ऐसे में शहर के अन्य पार्षदों का भी दर्द सामने आने लगा है।दरअसल, अमरपुर नगर पंचायत क्षेत्र में कई जगहों पर जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। अब तक कई लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।
आब वर्ड पार्षद भी इस समस्या को लेकर मुखर
इसके बावजूद नगर पंचायत प्रशासन की ओर से अब तक फॉगिंग नहीं कराई जा रही है। इससे आम लोगों में आक्रोश पनप रहा है। वहीं, अध्यक्ष के पत्र के बाद वार्ड पार्षद भी मुखर होने लगे हैं।दरअसल, शहर में एक दर्जन से अधिक डेंगू से ग्रसित हैं। जिसका इलाज भागलपुर एवं अन्य शहरों के निजी अस्पताल में किया जा रहा है। हालांकि डेंगू के संभावित खतरे को देखते हुए रेफरल अस्पताल में छह बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
डेंगू मरीज के जांच के लिए रेफरल अस्पताल में कीट भी उपलब्ध है। लेकिन डेंगू मरीज का कीट से जांच में पाजिटिव पाए जाने के बाद मरीज का एलिशा जांच आवश्यक होता है। ताकि डेंगू की पुष्टि हो सके। लेकिन एलिशा जांच रेफरल अस्पताल में उपलब्ध नहीं है।ऐसे में मरीज भागलपुर या अन्य शहरों में जाकर इलाज कराने को मजबूर हैं। स्वास्थ्य प्रबंधक अमित कुमार पंकज ने बताया कि डेंगू मरीज के लिए अलग से छह बेड का वार्ड बनाया गया है। जिसमें सभी प्रकार की सुविधा से लैस कर दिया गया है।
डेंगू मरीज के लिए जांच के लिए 50 कीट उपलब्ध कराया गया है। जिसमें से 16 कीट से जांच में एक मरीज में डेंगू का लक्षण पाया गया है। अभी भी अस्पताल में 34 कीट उपलब्ध है। डेंगू मरीज का कीट में लक्ष्ण पाये जाने के बाद एलिशा टेस्ट जरूरी है। एलिशा टेस्ट बांका सदर अस्पताल में उपलब्ध है।
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