Banka News बांका के डीएम अंशुल कुमार ने जिले की बैठकों की रूपरेखा बदल दी है। अब विभागों की समीक्षा और विकास की बैठकें संबंधित कार्यालयों में होंगी। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की और अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई की जानकारी ली। डीएम ने शिक्षा विभाग के विकास कार्यों की जानकारी ली और एमडीएम बंद रहने पर चिंता जताई।
जागरण संवाददाता, बांका। Banka News: बांका के डीएम अंशुल कुमार ने अब समाहरणालय में होने वाली बैठकों की रूपरेखा बदल दी है। सोमवार से अब हर विभाग की समीक्षा और विकास की बैठक संबंधित कार्यालयों में पहुंचकर की जाएगी। सोमवार को इसकी शुरुआत शिक्षा और स्वास्थ्य से हो गई। समग्र शिक्षा कार्यालय में पहले शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की।
इसके लिए वे पहली बार एसएसए के सभागार में पहुंचे। इसी तरह स्वास्थ्य की समीक्षा बैठक सिविल सर्जन कार्यालय में हुई। शिक्षा की बैठक में डीएम एक बार फिर ई-शिक्षा कोष पर गंभीर दिखे। उन्होंने शिक्षकों के साथ बच्चों की उपस्थिति की स्थिति जाननी चाही।
साथ ही अनुपस्थित लोगों पर कार्रवाई की भी जानकारी प्राप्त की। शिक्षकों की ई शिक्षा कोष से मानिटरिंग करते ही कार्रवाई लगातार जारी रखने को कहा। डीपीओ स्थापना अनुपस्थित शिक्षकों की नियमित वीसी करेंगे। बच्चों की उपस्थिति के लिए उसकी इंट्री तेज करने को कहा गया। बैठक में बीएसईआईडीसी के इंजीनियर की अनुपस्थिति पर डीईओ को उनसे स्पष्टीकरण पूछने कहा गया। चांदन भेलवा विद्यालय निरीक्षण के दौरान घटिया निर्माण डीडीसी ने पकड़ा था।
डीएम ने जिला के शिक्षा विभाग पर भी कसा शिकंजा
डीएम ने शिक्षा विभाग के विभिन्न विद्यालयों में चल रहे विकास कार्य की जानकारी ली तथा इसकी सूची तलब की। डीएम ने आठ विद्यालयों में एमडीएम बंद रहने पर गंभीर चिंता जताई। एमडीएम डीपीओ को शत प्रतिशत विद्यालयों में नियमित एमडीएम चलाना सुनिश्चित करने को कहा गया। डीएम ने सभी प्रखंड में एक-एक माडल विद्यालय बनाने की घोषणा की।
इसकी रूपरेखा तय करने की जिम्मेदारी डीपीओ को सौंपी। बीईओ इसकी रिपोर्ट करेंगे। डीएम ने जिला में बेंच डेस्क की आवश्यकता वाले विद्यालयों की सूची अविलंब उपलब्ध कराने को कहा। बैठक में डीईओ कुंदन कुमार, डीपीओ एसएसए दीपक कुमार, डीपीओ एमडीएम राजकुमार राजू, डीपीओ स्थापना संजय कुमार यादव, गुणवत्ता शिक्षा प्रभारी मनोहर सिंह, नीतीश कुमार, मु. सरफराज, विनय कुमार शर्मा, राणा प्रताप सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
डीएम का काम क्या होता है?
डीएम यानी जिलाधिकारी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। वे जिले के प्रशासनिक और न्यायिक कार्यों की निगरानी और देखरेख करते हैं। उनके काम में जिले की कानून व्यवस्था बनाए रखना, सरकारी योजनाओं को लागू करना, और जनता की समस्याओं का समाधान करना शामिल है।
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