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महौता गांव में मधुमक्खी बनी काल, हर रोज लोग हो रहे शिकार

महौता गांव के बगीचे में मधुमक्खी के हमले से वृद्ध समेत दो लोग जख्मी हो गए। जख्मी महौता गांव के रामानंद राय एवं चपरी गांव के चंद्रभूषण राय का उपचार रेफरल अस्पताल में किया गया। लोगों में दहशत है।

By Shambhu DubeyEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Wed, 02 Nov 2022 09:28 PM (IST)
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महौता गांव में मधुमक्खी बनी काल, हर रोज लोग हो रहे शिकार

संवाद सूत्र, अमरपुर (बांका): महौता गांव के बगीचे में मधुमक्खी के हमले से वृद्ध समेत दो लोग जख्मी हो गए। जख्मी महौता गांव के रामानंद राय एवं चपरी गांव के चंद्रभूषण राय का उपचार रेफरल अस्पताल में किया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि रामानंद राय बगीचा होते हुए बहियार जा रहे थे। चपरी गांव के चंद्रभूषण राय महौता गांव स्थित डीलर के यहां खाद्यान्न लेने जा रहे थे।

इसी क्रम में आम के बगीचे में मधुमक्खी के झुंड ने हमला कर दिया। दोनों के चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव से लोग दौड़कर मौके पर पहुंचकर चादर से ढक कर दोनों को मधुमक्खी के हमले से बचाया। रेफरल अस्पताल में दोनों जख्मी का डा राय बहादुर द्वारा प्राथमिक उपचार किया। पिछले एक माह से क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर मधुमक्खी ने हमलाकर लगभग दो दर्जन से अधिक लोगों जख्मी कर दिया है।

लोगों ने बताया कि पूर्व में छोटे- छोटे मधुमक्खी देखा जाता था, लेकिन एक दशक से खासकर ग्रामीण क्षेत्र में बड़े आकार का मधुमक्खी देखा जा रहा है। जो बड़े पेड़ से छत्ता लगाता है। और आक्रमक होकर झुंड में लोगों को हमला कर देता है। मधुमक्खी का डंक मनुष्य के शरीर में टूट जाता है। जो काफी पीड़ादायक होती है। ऐसे मधुमक्खी के हमले से पीड़ित के शरीर से तत्काल डंक निकाल देने चाहिए और उपचार करना अनिवार्य है। 

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