अमरपुर नगर पंचायत क्षेत्र के नौ वॉर्ड में 2020 में पीएचईडी विभाग को छह महीने में नई पाइपलाइन के जरिए हर घर नल का जल उपलब्ध कराना था और इसके लिए मुख्यमंत्री शहरी पेयजल निश्चय योजना के तहत आठ करोड़ भी खर्च किए गए। पेयजल के लिए यहां जलमीनार बनाई गईं और पाइप लाइनें भी बिछाई गईं टोटियां लगाई गईं लेकिन पानी नहीं आया।
अमरपुर (बांका)। आठ करोड़ रुपये जल संकट दूर करने के लिए राज्य सरकार ने खर्च किए। जलमीनार बनाई गई, सड़कें खोदकर पाइप लाइनें बिछाई गईं, टोटियां लगाई गईं कि पानी लोगों को पेयजल मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
भ्रष्टाचार की इन टोटियों से 'जनता के पसीने' के आठ करोड़ रुपये बह गए और शहरी क्षेत्र की लगभग 20 हजार की आबादी एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रही है।मुख्यमंत्री शहरी पेयजल निश्चय योजना के तहत आठ करोड़ से अमरपुर नगर पंचायत क्षेत्र के नौ वॉर्ड में 2020 में पीएचईडी विभाग को छह महीने में दो जलमीनार के साथ नए सिरे से पाइपलाइन कर हर घर नल का जल उपलब्ध कराना था। विभाग ने चंसार पोखर एवं महमदपुर स्कूल परिसर में जलमीनार का निर्माण कराया।
अब तक नहीं हुई पानी की सप्लाई
शहर के वॉर्ड संख्या पांच, छह, सात, आठ, नौ, 10, 11,13 एवं 14 में हर घर नल योजना के तहत पानी सप्लाई करने के लिए तीन सेक्टरों में बांटा गया, लेकिन विभाग की शिथिलता से लगभग आधा दर्जन वॉर्डों में अब तक पानी की सप्लाई ही नहीं हो पाई है।हां, दो साल पहले पाइपलाइन बिछाने के नाम पर शहर की सड़कों को भी खोदकर छोड़ दिया। दूसरी ओर, घटिया पाइपलाइन के कारण आये दिन शहर में हटिया के समीप प्राय: पाइप क्षतिग्रस्त होती रहती है। सप्लाई की जाने वाली अधिकतर पानी की बर्बादी यहीं हो जाती है।
क्या है हालिया स्थिती
स्थिति यह कि जहां पानी पहुंचा था वहां भी अब पानी सही से नहीं पहुंच रहा। हद यह कि इस समस्या के समाधान के लिए कोई जिम्मेदार ईमानदार नहीं।जबकि, सामाजिक कार्यकर्ता सुब्बू भगत सहित अन्य लोगों ने कहा कि जांच इसका भी होनी चाहिए कि कहीं हटिया के पास पाइप जानबूझकर तो क्षतिग्रस्त नहीं किया जा रहा! उनका तर्क है कि जहां पानी पहुंच रहा है वहां प्रेशर है ही नहीं। इसकी शिकायत भी की जाती है तो पाइप फटने का कारण बता दिया जाता है।
पार्षदों की शिकायत के बाद भी कर दिया भुगतान
नगर पंचायत की मासिक बैठक में वॉर्ड पार्षदों ने पीएचइडी विभाग पर मुख्यमंत्री शहरी पेयजल निश्चय योजना में व्यापक अनियमितता का आरोप लगाते हुए राशि भुगतान पर रोक लगाने की मांग की थी।लेकिन, पार्षदों के विरोध के बाद भी नपं प्रशासन ने पीएचईडी को दो किश्त में चार-चार करोड़ की राशि का भुगतान कर दिया। वहां से यह पैसा फाइनली ठीकेदार को भुगतान किए जाने की बात कही जा रही है। यह शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या बोले लोग
वॉर्ड संख्या नौ में पीएचइडी विभाग द्वारा लगभग दो वर्ष पूर्व मोहल्ला के गोस्वामी टोला, मस्जिद टोला सहित अन्य टोला में पाइपलाइन कर छोड़ दिया है। मोहल्ला के सभी घरों में पेयजल की समस्या है। नगर पंचायत के द्वारा स्कूल के समीप बनाये गए प्याऊ से पूरा मोहल्ला आश्रित हैं।
- कलीम खान, बनहरा।बनहरा मोहल्ला नगर पंचायत कार्यालय से सटे हैं। फिर भी नपं प्रशासन ने आजतक मोहल्ला में मूलभूत सुविधाओं के लिए सुध नहीं लिया है। लगभग दो वर्ष पूर्व पीएचइडी विभाग द्वारा पाइपलाइन कर छोड़ने से शोभा की वस्तु बनी हुई है।
- गुलाम अंसारी, बनहरा।
पेयजल की समस्या को लेकर वॉर्ड के लोगों की शिकायत को नपं प्रशासन द्वारा कोरा अश्वासन ही मिला है। पीएचइडी विभाग द्वारा हर घर नल का जल योजना के तहत पाइपलाइन कार्य भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया है। अगर इसकी जांच हो तो एक बड़ा घोटाला साबित होगा।
- मु. असगर अली बनहरा।मोहल्ला की महिलाओं को पेयजल एवं खाना बनाने के लिए पानी का जुगाड़ करना चुनौती है। पीएचइडी विभाग द्वारा पाइपलाइन कर छोड़ रखा है। पानी की समस्या को लेकर भीषण गर्मी में महिला तीन-चार दिनों तक स्नान नहीं कर पा रही हूं।
- हदीशा खातून, गृहिणी
वॉर्ड नौ में मुख्यमंत्री शहरी पेयजल निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल की जलापूर्ति पीएचइडी विभाग को करना था। वॉर्ड संख्या सात में पेयजल की समस्या को देखते हुए वह गंभीरतापूर्वक लेते चार प्याऊ को मेन पाइपलाइन में जोडकर घर - घर प्रतिदिन 18 घंटा पानी की सप्लाई हो रही है। दो किस्तों में चार-चार करोड़ रूपये का भुगतान करना जांच का विषय है। यह संगठित भ्रष्टाचार है।
- पंकज कुमार दास, वॉर्ड पार्षद
बनहरा सहित अन्य वॉर्ड में पानी सप्लाई नहीं होने की शिकायत मिली है। सभी वॉर्ड में पानी की सुचारू रूप से सप्लाई करने का प्रयास किया जा रहा है।
- रविश कुमार, कनीय अभियंता, पीएचइडी अमरपुरये भी पढ़ें-Buxar News: बक्सर में जहां रुकता था शेरशाह का कारवां, उस तालाब का अस्तित्व है असुरक्षित, पशु भी जाने से कतराते
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