Move to Jagran APP

इसलिए कहते हैं 'बेटी पढ़ाओ', महिला चिकित्सकों की कमी से बढ़ी परेशानी; पड़ताल में प्रशासन की नाकामयाबी भी आई सामने

Banka News बांका के सदर अस्पताल में की गई दैनिक जागरण की पड़ताल हकीकत से रूबरू करा देगी। महिला ओपीडी में एक भी महिला चिकित्सक दिन के साढ़े नौ बजे तक नहीं दिखी। इससे महिलाओं को काफी परेशानी होती है। पुरुष चिकित्सक से इलाज कराना पड़ता है। वहीं ओपीडी में भी करीब 31 दवा की कमी है ।

By Aysha SheikhEdited By: Aysha SheikhUpdated: Thu, 23 Nov 2023 03:10 PM (IST)
Hero Image
महिला चिकित्सकों की कमी से बढ़ी परेशानी; पड़ताल में प्रशासन की नाकामयाबी भी आई सामने

संवाद सहयोगी, बांका। स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए प्रशासन सजग है। पर सदर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण रोगियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा कमी महिला चिकित्सक की कमी से हो रही है। इस लिहाज से पुरूष चिकित्सक ही महिला मरीज को दवा के साथ मरहम कर रहे हैं।

सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक के करीब एक दर्जन पद स्वीकृत हैं, लेकिन फिलहाल तीन महिला चिकित्सक से काम चलाया जा रहा है। वैसे तो सदर अस्पताल में कई प्रकार की सुविधा बढ़ी है। सदर अस्पताल के आकस्मिक विभाग में जहां दो दर्जन दवा की कमी है, वहीं ओपीडी में भी करीब 31 दवा की कमी है, लेकिन ये ऐसी दवा है, जो पूरी तरह से जीवनरक्षक नहीं है।

महिला ओपीडी साढ़े नौ बजे खाली

दैनिक जागरण की टीम ने पड़ताल की तो सदर अस्पताल में बुधवार को महिला ओपीडी में एक भी महिला चिकित्सक दिन के साढ़े नौ बजे तक नहीं दिखी। लिहाजा जेनरल ओपीडी में चिकित्सक सुनील कुमार चौधरी सभी महिला सहित पुरूष रोगी को देख रहे थे। जिसके कारण उन्हें कई बार उन्हें गार्ड का भी सहारा लेना पड़ रहा था।

जनरल ओपीडी में लग रही भीड़, चिकित्सक हो रहे हैं तंग

जनरल ओपीडी में रोजाना करीब चार सौ मरीज अपना इलाज कराने पहुंच रहे हैं। यहां पर चिकित्सक की कमी काफी देखी जा रही है, लेकिन बीते पांच दिन से महिला चिकित्सक के नहीं आने के कारण यहां पर पुरूष चिकित्सक ही सभी मरीजों के मर्ज की दवा कर रहे हैं।

नए भवन की जानकारी कई मरीज को नहीं

सदर अस्पताल में सीएम नीतीश कुमार ने नए भवन का उदघाटन तो कर दिया है, लेकिन कई ग्रामीण मरीज यहां पर आकर पूरी तरह से उलझण में पड़ रहे हैं। सन्हौला निवासी दीपक यादव ने बताया कि सदर अस्पताल में कौन विभाग किस ओर है, इसकी समुचित जानकारी होनी चाहिए।

सदर अस्पताल में मरीज को बेहतर सुविधा दी जा रही है। आने वाले दिनों में कई और सुविधा को बहाल किया जाएगा। -डॉ. सुनील कुमार चौधरी, प्रबंधक सदर अस्पताल

ये भी पढ़ें -

Madhubani Crime: सनकी युवक ने बहनोई के बड़े भाई को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाया, सो रहा था अधेड़; अब मौत की नींद सो गया

Bihar News : जल्द ही जगमगा जाएगा अपना बांका, शहर के इन चौराहों की खूबसूरती बढ़ाएंगी हाई मास्ट लाइटें

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।