5 हजार Niyojit Shikshak पर बड़ा संकट! KK Pathak के विभाग ने तैयार कर लिया प्लान; अब क्या करेंगे गुरुजी
KK Pathak सक्षमता परीक्षा पास करने वाले पांच हजार नियोजित शिक्षकों को अपना विद्यालय छोड़ना होगा। इसमें कई शिक्षक दो दशक के भी अधिक समय से एक ही विद्यालय में पदस्थापित थे। नई पदस्थापना को लेकर शिक्षकों की धड़कनें बढ़ी हुई है। एक तरफ दो दशक तक की सेवा वाला विद्यालय है तो दूसरी तरफ अभी अनिश्चतता का बादल है।
जागरण संवाददाता, बांका। बीपीएससी से शिक्षकों की दो चरणों में बहाली पूरी हो चुकी है। इससे जिला को करीब चाढ़े चार हजार शिक्षक मिल चुका है। इस बहाली के बाद सक्षमता परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को भी राज्यकर्मी बनाने की प्रक्रिया जारी है।
परीक्षा का रिजल्ट देने के बाद अब विभाग उनकी काउंसिलिंग कराने की तैयारी शुरू कर रहा है। इस परीक्षा में शामिल बांका के पांच हजार शिक्षक परीक्षा पास कर चुके हैं। इसमें चार हजार शिक्षकों को पहली पसंद का जिला बांका मिल गया है। कुछ लोगों को दूसरी और तीसरी पसंद में भी बांका जिला मिला है।
शिक्षकों का प्रमाण पत्र सत्यापन शुरू
अब शिक्षा विभाग इन शिक्षकों का प्रमाण पत्र सत्यापन शुरू कर रहा है। विभागीय स्तर पर इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जिला में सभी प्रकार के शिक्षकों का रिक्त सीट तैयार किया जा रहा है। इसके लिए डीपीओ स्थापना कार्यालय से सभी विद्यालयों को पत्र भेजा गया है।
हर विद्यालय में बीपीएससी के तैनात शिक्षकों के साथ नियोजित शिक्षकों की संख्या और सक्षमता पास करने वाले शिक्षकों की संख्या मांगी जा रही है।
प्राथमिक से इंटर तक के स्कूलों की खाली सीट का डाटा तैयार
दूसरी तरफ, विभाग उनकी पदस्थापना के लिए विद्यालयों की रिक्ति और रिक्त सीट का आकलन नए सिरे से कर रहा है। दो बहाली से शिक्षकों का इंतजार कर रहे शहरी क्षेत्र के विद्यालयों को भी इससे शिक्षक मिलना है। शहर क्षेत्र के प्राथमिक से लेकर इंटर तक के विद्यालयों की खाली सीट का डाटा संग्रह कर लिया गया है।
इन सीटों को भी सक्षमता के रिजल्ट से भरा जाएगा। इस कारण अब परीक्षा पास करने वाले पांच हजार नियोजित शिक्षकों को अपना विद्यालय छोड़ना होगा। इसमें कई शिक्षक दो दशक के भी अधिक समय से एक ही विद्यालय में पदस्थापित थे। नई पदस्थापना को लेकर शिक्षकों की धड़कनें बढ़ी हुई है।
एक तरफ दो दशक तक की सेवा वाला विद्यालय है तो दूसरी तरफ अभी अनिश्चतता का बादल है। पुराने शिक्षक 10 से 20 साल की सेवा के बाद कहीं सेट हो चुके हैं। अब सौ से 50 किमी तक दूर तैनाती की डर से वे सहमे हुए हैं।
सक्षमता पास करने वाले शिक्षकों ने क्या कुछ कहा
सक्षमता पास करने वाले शिक्षक मु. हन्ना, विकास कुमार, निशा, अर्चना आदि ने बताया कि निश्चित रूप से वे लोग 10-12 साल की नौकरी से एक जगह सेट हो चुके हैं। अब दूर पोस्टिंग से परेशानी होगी। सरकार को चाहिए कि 10 किमी के आसपास ही दूसरा विद्यालय आवंटित किया जाय ताकि शिक्षक निश्चिंतता पूर्वक पढ़ाई करा सकें।
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