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गेटमैन ने नहीं खोला गेट तो बदमाशों ने काट डाले हाथ-पांव, बिहार के इस गांव में मातम

अंबाला में दिल दहला देने वाली वारदात में बिहार के दो युवकों के हाथ-पांव काट डाले गए। क्‍या है घटना और पीडि़तों के बारे में जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 08:48 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:56 PM (IST)
गेटमैन ने नहीं खोला गेट तो बदमाशों ने काट डाले हाथ-पांव, बिहार के इस गांव में मातम

बांका [जेएनएन]। दिल्ली-अंबाला रेलखंड पर राठधाना-गन्नौरी रेलवे स्टेशन के बीच साफियाबाद रेलवे फाटक पर तैनात गेटमैन कुंदन और उसके मित्र चंदन के लिए वे जिंदगी भर के लिए दर्द देने वाले पल थे। ट्रेन के आने की सूचना पर कुंदन ने गेट बंद कर दिया। इसी बीच पहुंचे बाइक सवार कुछ युवकों ने गेट खोलने को कहा। कुंदन के इनकार कर भड़के युवकों ने उसपर हमला कर बुरी तरह पीटा। उसे बचाने आए साथी चंदन को भी पीटा। फिर, दोनाें के हाथ-पांव काटे और चलते बने। घटना के बाद बिहार स्थित उसके पैतृक घर में मातम पसरा है।

घायल कुंदन पाठक और चंदन सिंह बिहार के बांका थाना क्षेत्र के बिशनपुर गांव के निवासी हैं। घटना की जानकारी मिलते ही कुंदन के पिता कांति पाठक और बड़ा भाई राजू पाठक अंबाला के लिए रवाना हो गए हैं।

कुंदन (23) का चयन 2013 में रेलवे सेवा के ग्रुप डी में हुआ था। वह अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा है।  उसका एक भाई चंदन पाठक भी रेलवे की ग्रुप डी की नौकरी करता था। जनवरी 2013 में मुंबई में हुए भूस्खलन की चपेट में आने से उसकी मौत हो चुकी है। मां का एक दशक पूर्व देहांत हो चुका है। पिता व बड़े भाई ने सभी भाई-बहनों की परवरिश की है।

चंदन सिंह कुंदन का जिगरी दोस्त है। वह अंबाला में ही प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। घटना के दिन भी चंदन अपने दोस्‍त कुंदन से मिलने रेलवे फाटक पर पहुंचा था। वहां वे दोनों अपराधियों की क्रूरता के शिकार हो गए। दोनों साथियों के साथ हुई इस अमानुषिक घटना से पूरा गांव सन्न है।


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