नीति आयोग ने सुधारी अस्पतालों की सेहत, बांका को देश में मिला तीसरा स्थान; DM लगातार कर रहे समीक्षा बैठक
नीति आयोग की आकांक्षी जिले में शामिल बांका के स्वास्थ्य सुविधाओं की सेहत सुधरी है। बांका को देश भर की रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला है। वहीं तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा को रखा गया है।
बांका, जागरण संवाददाता: नीति आयोग की आकांक्षी जिले में शामिल बांका के स्वास्थ्य सुविधाओं की सेहत सुधरी है। बांका को देश भर की रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला है। पहले स्थान पर छत्तीसगढ़ का सुकमा, दूसरे स्थान पर केरल का वायनाड और तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के साथ बिहार का बांका है।
यह रैंकिंग स्वास्थ्य और पोषण के साथ बेहतर होती स्वास्थ्य सेवा का सबूत है। इससे पहले मिशन-60 डेज और आयुष्मान भारत में भी बांका जिला ने बेहतर किया है। सिविल सर्जन डा. रविंद्र नारायण ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में जिले की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है। राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर जिले का सम्मान बढ़ा है। जिले में महिला स्वास्थ्य से लेकर बच्चों के पोषण पर बेहतर ध्यान दिया जा रहा है।
डीएम लगातार कर रहे समीक्षा बैठक
मालूम हो कि डीएम अंशुल कुमार स्वास्थ्य पर लगातार फोकस कर रहे हैं। वे लगातार समीक्षा बैठक करते हैं और हर बैठक में पिछली बैठक में तय बातों पर कितना अमल हुआ, इसका ध्यान रखते हैं। संस्थागत प्रसव से लेकर मातृ-शिशु मृत्यु दर घटाने को लगातार प्रयास हो रहा है। इसके अलावा टीबी, फाइलेरिया सहित अन्य बीमारियों के इलाज की सुविधा मिल रही है।
हर स्वास्थ्य सुविधा में बढ़ोतरी पर रैंकिंग
नीति आयोग आकांक्षी जिलों की रैंकिंग में एएनसी चेकअप से लेकर जिले में पोषण की स्थिति देखती है। इसके अलावा ब्रेस्ट फीडिंग, टीबी सहित अन्य बीमारियों को लेकर कितनी सुविधाएं लोगों को मिल रही है, इस बात को भी देखा जाता है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर नीति आयोग आकांक्षी जिले की रैंकिंग जारी करती है।
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