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Banka News: करमा त्योहार के बीच छाया मातम, बांका में चार बच्चियों की तालाब में डूबने से मौत

Banka News बांका जिले के एक गांव में करमा त्योहार के दौरान एक दुखद घटना घटी है। चार बच्चियों की तालाब में डूबने से मौत हो गई है। वह त्योहार को लेकर तालाब में नहाने गईं थीं। उन्हें झाझा रेफरल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सभी बच्चियों की उम्र लगभग 10 साल थी।

By Bijendra Kumar Rajbandhu Edited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 10 Sep 2024 03:45 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

जागरण संवाददाता, बांका। बांका जिले के चांदन प्रखण्ड के बेहरार गांव में करमा त्योहार को लेकर फूल तोड़ने और तालाब में नहाने गई चार बच्चियां डूब गईं हैं। सभी को नजदीक के जुमई जिले के झाझा रेफरल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने चारों बच्चियों को मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया है। सभी मृत बच्चियों की उम्र दस साल के आस पास है।

मृत बच्ची की पहचान पुनम कुमारी उम्र 12 वर्ष पिता शंकर यादव, ज्योति कुमारी उम्र 10 वर्ष पिता बजरंगी यादव, नीशा कुमारी उम्र 10 वर्ष पिता संजय यादव, पुष्पा कुमारी उम्र 11 वर्ष पिता बिनोद यादव और पिरोती कुमारी उम्र आठ वर्ष के रूप में हुई है।

चारों बच्ची की पानी में डूबने की जानकारी मिलते ही पूरा गांव उस पोखर पर जमा हो गया। कुछ स्थानीय युवकों की मदद से सभी को बाहर निकाला गया, जिसमें चार की लाश और एक बेहोशी की हालत में मिली।

घटना की जानकारी पर चांदन थानाध्यक्ष विष्णुदेव कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर मृत चारों बच्ची को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बांका भेज दिया। जबकि सीओ रविकांत कुमार ने भी वहां पहुंच कर स्वजनों को दिलासा देते आपदा प्रबंधन द्वारा मिलने वाली सहायता राशि दिलाने का भरोसा दिलाया।

आंगनबाड़ी सेविका के साथ मारपीट, शिकायत दर्ज

शंभुगंज (बांका) क्षेत्र के गोपालपुर में केंद्र पर बच्चों को बुलाने घर पहुंची आंगनबाड़ी सेविका के साथ मारपीट करने की घटना सामने आई है। इस घटना में पीड़िता स्वर्णलता देवी ने गांव के ही फंटुश यादव सहित अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

पीड़िता ने बताया कि सोमवार को आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों की उपस्थिति कम देख घर से उन्हें बुलाने गई थी। इस क्रम में जब फंटुश यादव के घर पहुंची और बच्चों के केंद्र पर नहीं भेजने का कारण पूछा तो वे भड़क गए और गाली-गलौज करने लगे। जब इसका विरोध किया तो मारपीट शुरू हो गई।

वहीं, फंटुश यादव सहित अन्य स्वजनों ने बताया कि सेविका स्वर्णलता कभी भी बच्चों को पोषाहार नहीं देती है। पोषाहार नहीं देने की बात पूछा तो मारपीट करने का आरोप लगाया गया।

इस संबंध में थानाध्यक्ष कुमारी सिया भारती ने कहा कि सेविका की शिकायत पर फंटुश के भाई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। मामले की जांच की जा रही है।