Begusarai Bridge Collapse: उद्घाटन तक का इंतजार न कर सका 13 करोड़ का पुल, 30 हजार की आबादी प्रभावित
Begusarai Bridge Collapse साहेबपुर कमाल प्रखंड की रहुआ पंचायत के कीर्ति टोल चौकी आहोक एवं विष्णुपुर आहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर 13 करोड़ की लागत से बना पुल रविवार की सुबह मिट्टी के दीवार की तरह गिर कर धराशायी हो गया।
By Jagran NewsEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Mon, 19 Dec 2022 01:56 PM (IST)
बेगूसराय, एजेंसी। बेगुसराय के साहेबपुर कमाल प्रखंड के आहाेक घाट गंडक नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। करीब 13 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से बना पुल रविवार की सुबह मिट्टी के दीवार की तरह गिर कर धराशायी हो गया। प्रदेश के पूर्व मंत्री सह बलिया (अब साहेबपुर कमाल विधानसभा) की तत्कालीन विधायक परवीन अमानुल्लाह की अनुशंसा पर बनाया गया था। इसका शिलान्यास साहेबपुर कमाल के पूर्व विधायक श्रीनारायण यादव ने 2016 ने किया था। पुल गिरने से लगभग 30 हजार की आबादी प्रभावित हुई है।राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के नेता संजय यादव ने सोमवार को प्रभावित लोगों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पुल गिरने से सबसे ज्यादा परेशानी छात्रों और बीमार लोगों को होगी।
रालोजपा नेता ने कहा कि उचित परिवहन सुविधा नहीं होने के कारण न तो छात्रों को शिक्षा की सुविधा मिल पाती है और न ही बीमार लोगों को सही समय पर चिकित्सा सुविधा मिल पाती है। यहां के लोगों को एनएच-31 पर मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए कई गांवों से होकर जाना पड़ता है। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात में अगर कोई आना चाहे तो परिवार के लोगों को एनएच-31 बुलाना पड़ता है या गाड़ी रिजर्व कर गांव जाना पड़ता है।
पुल गिरने के बाद लोगों में आक्रोश
स्थानीय लोगों ने बताया कि साहेबपुर कमाल के विष्णुपुर आहोक पंचायत जाने के लिए पुल नहीं रहने पर अब लोगों को 15 से 20 किलोमीटर की दूरी तय कर खगड़िया जिला मुख्यालय होकर आना-जाना पड़ेगा। पुल निर्माण होने से लोगो में आशा जगी थी कि अब वे अपने क्षेत्र होकर ही कम समय में नदी पार कर गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। पुल पर आवागमन भी हो रहा था। परंतु, इसका अब तक उद्घाटन नहीं हो पाया था। इसी बीच रविवार के सुबह मनहूस खबर मिली, जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला।
घटिया निर्माण करने वाले पर कार्रवाई की मांग
पुल ध्वस्त होने की सूचना पर लोगों की भीड़ लग गई। नगर परिषद चुनाव के कारण प्रशासन चुनाव ड्यूटी में थे। स्थानीय विधायक सतानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव चल रहे विधान सभा सत्र में हैं। सूचना पर पूर्व प्रमुख मनोज कुमार ने स्थिति को देख सीएम को पत्र लिखकर घटिया निर्माण करने वाले पर कार्रवाई करने एवं रुपये की उगाही व नए सिरे से पुल का निर्माण करवाने की मांग की है।वहीं, बेगूसराय के ज़िलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि यह परियोजना 2016 में शुरू हुई थी और पाया नंबर 2-3 के बीच में दरार भी देखी गई थी जिसके बाद विभाग के अधिकारियों ने जांच के बाद शनिवार को बंद कर दिया था। यह घटना क्यों हुई उसकी जांच की जाएगी। अगर सरकारी राशि का दुरुगयोग हुआ है तो कर्रवाई की जाएगी।उल्लेखनीय है कि नाबार्ड योजना से बूढ़ी गंडक नदी पर उच्च स्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण 13 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से रकाया गया गया था। पुल की लंबाई 206 मीटर जबकि चौड़ाई साढ़े सात मीटर है। पुल की कार्य एजेंसी कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य बिभाग कार्य प्रमंडल बलिया था।
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