Giriraj Singh: 'हम त्रिशूल की रक्षा करें तो इससे हमारी भी रक्षा होगी', गिरिराज सिंह की तस्वीर हो रही वायरल
Giriraj Singh बिहार के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इसमें वह त्रिशूल को अपने हाथ से पकड़े हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा है कि त्रिशूल हमारा गौरव व स्वाभिमान है। बता दें कि सिंह पर बीते रोज हमले की खबर आई थी। इसके बाद यह तस्वीर वायरल हुई है।
जासं, बेगूसराय। बलिया में आयोजित जनता दरबार में हुए हमले के बाद रविवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का एक त्रिशूलधारी फोटो खूब प्रसारित हो रहा है।
एक्स अकाउंट पर साझा की गई इस तस्वीर के साथ लिखा गया है कि त्रिशूल हमारा गौरव और स्वाभिमान है। हम आप जब त्रिशूल की रक्षा करेंगे तो त्रिशूल से हमारी भी रक्षा होगी।
धर्म के रक्षार्थ यह आवश्यक भी है और हमारा कर्तव्य भी है। इसके पूर्व उन्होंने लिखा है कि मैं गिरिराज हूं और मैं हमेशा समाज के हितों के लिए बोलता रहूंगा, संघर्ष करता रहूंगा।
इन हमलों से मैं डरने वाला नहीं। दाढ़ी-टोपी देखकर उनको पुचकारने और सहलाने वाले लोग आज देख लें कि किस प्रकार बेगूसराय व बिहार सहित पूरे देश में लैंड जिहाद, लव जिहाद और सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा रहा है।
गिरिराज ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में मुसलमान की मेरी प्रति जो भूमिका रही और जो नतीजे आए, वह सब ने देखा। योगी आदित्यनाथ ने ठीक ही कहा है कि बंटोगे तो कटोगे।
बलिया में मो. सैफी के हाथ में रिवाल्वर होता तो वह मेरी हत्या कर देता। जिस तरीके से उसने मुझ पर प्रहार किया, वह विफल हो गया। किसी ने विश्वास नहीं किया होगा कि मेरे साथ ऐसी घटना घट सकती है।
उन्होंने कहा कि वह भागलपुर, नवगछिया, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज में दुर्गा पूजा के बाद अभियान शुरू करने वाले हैं, यह उसी की बौखलाहट है।
यादवों के विरोध में काम करते उन्हीं का वोट लेते
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को एक बार फिर लालू यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ये लोग यादवों का वोट लेते हैं और यादवों के विरोध में ही काम करते हैं।
ये गरीबों को मूर्ख बनाना चाहते हैं, सभी लोग इनकी बात जानते हैं। उन्होंने प्रदेश में राजद के धरना-प्रदर्शन पर भी सवाल उठाया। कहा कि नौटंकी करना तेजस्वी यादव को अच्छा लगता है। एनडीए सरकार ने जाति आधारित गणना का निर्णय लिया था।
मंडल कमीशन की सिफारिशें वीपी सिंह के प्रधानमंत्रित्व काल में लागू हुईं। राजद आज उसी कांग्रेस पार्टी के साथ है, जिसने मंडल कमीशन आयोग की अनुशंसा को ठंडे बस्ते में डाला। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने उसे ठंडे बस्ते में डाला था।
जम्मू कश्मीर में होता रहा गरीबों का शोषण
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अंदर लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव की घोषणा हुई है, चुनाव भी होगा। यह चुनाव अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में पहला चुनाव होगा।
कांग्रेस हो या फारूक अब्दुल्ला हों, चाहे मुफ्ती हों, यह इन लोगों की खानदानी पार्टी है। वहां शुरू से गरीबों का शोषण ही होता रहा है।