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एक मजदूर के बैंक अकाउंट में हैं सिर्फ 416 रुपये, पता चला कि वह है अरबपति...

एक बढ़ई का काम करने वाले मजदूर को जब आयकर विभाग का नोटिस आया कि उसके एकाउंट से साढ़े तीन अरब का ट्रांजेक्शन हुआ है तो नोटिस देखते ही उसके होश उड़ गए।

By Kajal KumariEdited By: Updated: Sat, 26 Nov 2016 10:39 PM (IST)
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पटना [जेएनएन]। बेगूसराय जिले में रोजाना साढ़े तीन सौ रुपए कमाने वाले सुधीर कुमार साह को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बैंक अकाउंट से साढ़े तीन अरब रुपए के ट्रांजेक्शन करने का नोटिस भेजा है। जबकि उसके अकाउंट में महज 416 रुपए हैं।

बढ़ई का काम करने वाला सुधीर नोटिस मिलने के बाद परेशान होकर डिपार्टमेंट के चक्कर काट रहा है। नोटिस मिलने के बाद सुधीर एक हफ्ते तक घर से ही नहीं निकला।

मजदूर के बैंक अकाउंट से अरबों के लेनदेन का नोटिस

असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स सर्किल-2 बेगूसराय ओपी झा ने 28 सितंबर को सुधीर कुमार को इस संबंध में नोटिस भेजा है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट एक्ट 1961 सेक्शन 147/48 के तहत कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि साल 2014-15 में आपके खाते से 3 अरब 33 करोड़ 2 लाख 14 हजार 323 रुपए का लेनदेन किया गया है।

गलतफहमी से ही सही, बैंक ने बना दिया अरबपति

सुधीर ने बताया कि उनका हरपुर के इलाहाबाद बैंक में ही सेविंग अकाउंट है। ऐसे में मुमकिन है कि किसी ने फर्जी अकाउंट खोलकर इतनी मोटी रकम का लेनदेन किया है। उन्होंने बताया कि जब वे जामनगर रिफाइनरी में नौकरी करने गए थे तो ठेकेदार को पैनकार्ड की फोटो कॉपी दी थी। साथ ही खाता खोलने और सिम कार्ड लेने में पैनकार्ड का इस्तेमाल किया गया है।

सुधीर के मुताबिक, गांव के लोगों को जैसे ही जानकारी मिली कि मेरे अकाउंट से 3.33 अरब का ट्रांजक्शन हुआ है, लोग मुझे पैसे वाला समझने लगे। मुझसे उधार मांगने वालों की लाइन लग गई।

20 हजार से ज्यादा रकम एकसाथ नहीं देखी

मजदूरी कर गुजारा करने वाले सुधीर का पूरा परिवार इस नोटिस से सहमा हुआ है। सुधीर कुमार ने बताया कि आज तक उन्होंने 20 हजार से ज्यादा रकम एकसाथ नहीं देखी है। उनका कहना है कि इलाहाबाद बैंक में उनका खाता है। इसमें मात्र 416 रुपए हैं।

आयकर अधिकारी ने कहा - हो रही है जांच

उन्होंने बताया कि उसने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को एप्लीकेशन देकर बताया है कि वह मजदूरी कर गुजारा करता है। उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। उधर इनकम टैक्स अफसर रवि कुमार का कहना है कि कमोडिटी ट्रांजेक्शन के कारण इस तरह का नोटिस गया होगा। जांच की जा रही है कि कहीं गलतफहमी से नोटिस तो जारी नहीं हुआ है।