अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने की मुख्यमंत्री की तारीफ, कहा- नीतीश कुमार मुसलमानों के असली रहनुमा
अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में मुसलमानों के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की और एनआरसी का विरोध किया। बलियावी ने राजद पर दिखावे का प्यार करने का आरोप लगाया और ओवैसी की आलोचना की।

जागरण संवाददाता, बेगूसराय। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि सूबे में मुसलमानों के लिए जितना काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया, उतना किसी भी मुख्यमंत्री ने नहीं किया। गालियां सुनने के बावजूद वह आज भी मुसलमानों की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं।
शुक्रवार की रात देवना गांव में आयोजित ताजदारे कर्बला कांफ्रेंस में मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे बलियावी ने कहा कि राज्य के 9000 पंजीकृत कब्रिस्तानों में से 8000 की घेराबंदी नीतीश सरकार ने कराई है।
अल्पसंख्यक छात्रावासों का निर्माण, उर्दू अनुवादक पद का सृजन और उर्दू शिक्षकों की 99.99 प्रतिशत नियुक्ति भी इसी सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में अपनी सरकार की परवाह किए बिना एनआरसी का खुलकर विरोध किया था।
बलियावी ने कहा कि बेगूसराय से मोनाजिर हसन को सांसद, साहेबपुर कमाल से परवीन अमानुल्लाह और जमशेद अशरफ को विधायक एवं मंत्री बनाने का श्रेय भी नीतीश कुमार को है। इसके विपरीत राजद मुसलमानों से सिर्फ दिखावे का प्यार करता है। जब उनका कोई मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतरता है, तो यादव मतदाता तक उसे वोट नहीं देते।
उन्होंने चुनौती दी कि राजद अगर सच्चा है तो साहेबपुर कमाल से मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर यादवों का वोट दिलाकर दिखाए। उन्होंने कहा कि राजद को मुसलमानों का वोट तो चाहिए, लेकिन नेतृत्व यादवों और पंडितों को दिया जाता है।
ओवैसी पर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा कि उनके चेले सिर्फ इंटरनेट मीडिया पर गंध फैला रहे हैं, जबकि उन्हें कौम की बेहतरी से कोई मतलब नहीं है।
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