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भागलपुरी तसर साड़ी व मधुबनी पेंटिंग का लंदन में दिखेगा जलवा, 500 भारतीय महिलाएं 6 अगस्त को करेंगी Saree वॉकथॉन

भारत की बहू-बेटियां अब लंदन में भागलपुरी तसर और मलबरी का जलवा बिखेरेंगी। राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस की पूर्व संध्या पर छह अगस्त को साड़ी वॉकथॉन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें लंदन में रहने वाली भारत के 28 राज्यों की 500 महिलाएं भागलपुरी सिल्क और मलबरी साड़ी पहनकर शिरकत करेंगी। पार्लियामेंट स्क्वायर के पास महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष कार्यक्रम का समापन होगा।

By Edited By: Prateek JainUpdated: Tue, 01 Aug 2023 07:24 PM (IST)
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पार्लियामेंट स्क्वायर लंदन में वॉकथॉन से पहले मार्च में शामिल भारत की बेटियां

मिहिर, भागलपुर: भारत की बहू-बेटियां अब लंदन में भागलपुरी तसर और मलबरी का जलवा बिखेरेंगी। राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस की पूर्व संध्या पर छह अगस्त को साड़ी वॉकथॉन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

इसमें लंदन में रहने वाली भारत के 28 राज्यों की 500 महिलाएं भागलपुरी सिल्क और मलबरी साड़ी पहनकर शिरकत करेंगी। पार्लियामेंट स्क्वायर के पास महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष कार्यक्रम का समापन होगा। इसके बाद वहां चैरिटी कार्यक्रम भी होगा, जिससे एकत्रित फंड को बुनकरों के हित में खर्च किया जाएगा।

दरअसल गांधी के स्वदेशी आंदोलन की तर्ज पर लंदन में यह आयोजन होने जा रहा है, ताकि वहां रहने वाले भारतीय न सिर्फ अपने देश के वस्त्र और कला के बारे में जान सकें, बल्कि यहां के बुनकरों को भी बाजार मिल सके।

भागलपुर की पूर्व सिविल सर्जन डॉ. प्रतिमा मोदी की दो बेटियां इस आयोजन में काफी सक्रिय हैं, उनकी बड़ी बेटी डॉ. जया मोदी लंदन में चिकित्सक हैं। उन्होंने भागलपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी, जबकि छोटी बेटी पल्लवी लंदन में फाइनेंशि‍यल एडवाइजर हैं।

पल्लवी ने बताया कि वॉकथॉन में सभी पांच सौ महिलाएं साड़ी में नजर आएंगी। हम दोनों बहनें तसर एवं मलबरी साड़ी पहनकर इसमें शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि हम लोगों का बचपन भागलपुर में ही गुजरा है। हम बिहारियों के लिए सिल्क कितना मायने रखता है यह किसी से छि‍पा नहीं है।

ऐसे में लंदन में हमारे वस्त्र को लोग जानें-समझें और यहां के बुनकरों को बाजार मिले, यही हमारा प्रयास है। हम भारतीय सिल्क के बारे में जानते हैं। ऐसे में अब लंदन के लोग भी इसे जानें यह हमारी कोशिश होगी। सिल्क साड़ी के साथ-साथ हम लोग मधुबनी पेंटिग को भी प्रमोट करेंगे। हमारी सिल्क साड़ी मधुबनी पेंटिग से सजी होगी। मधुबनी पेंटिंग का रंग और आकर्षण के बारे में सभी को बताया जाएगा।

पार्लियामेंट स्क्वायर के सामने गूंजा जन गण मन...

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी महिलाएं लगातार अभ्यास कर रही हैं। सोमवार को पार्लियामेंट स्क्वायर के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सभी बेटियां एकजुट हुईं। पल्लवी ने बताया हम लोगों ने अपने-अपने परिधान के साथ अभ्यास किया। दो से तीन घंटे तक अभ्यास होता है। हम लोग जब वापस अपने घर जाते हैं तो सभी एक साथ मिलकर राष्ट्र गीत जन गण मन... गाते हैं। इसे गाते ही हमें अपने देश, अपनी सभ्यता और संस्कृति पर गर्व होता है। लंदन में भारत और भारतीयता का अपना एक अलग अंदाज है, जिसे सभी पसंद करते हैं।

ब्रिटिश वुमन इन साड़ीज समूह आयोजित कर रहा है कार्यक्रम

लंदन में यह आयोजन महिलाओं का एक समूह ब्रिटिश वुमन इन साड़ीज कर रहा है। आयोजक प्रमुख दीप्ति जैन ने बताया कि हम भारतीय महिलाएं साड़ी से कितना प्रेम करती हैं, यह किसी से छि‍पा नहीं है। आधुनिक भारतीय महिलाएं आज भी साड़ी पहनकर दुनिया घूमने में विश्वास रखती हैं। इसी सोच के साथ यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

राष्ट्रीय हस्तकघा दिवस पर हम लोग अपने देश में बनी हैंडलूम साड़ी को पूरे विश्व को दिखाना चाहती हैं। इससे हमारी विरासत को भी बढ़ावा मिलेगा और कारीगर एवं बुनकर अपनी कला को जीवित रख सकेंगे। साथ ही, इससे हमारी साड़ी अलगी पीढ़ी तक जाएगी। यह वॉकथॉन ट्राफलगर स्क्वायर से होती हुए पार्लियामेंट स्क्वायर में समाप्त होगा। इस दौरान रास्ते में एक दर्जन से ज्यादा ऐतिहासिक जगहों से महिलाएं गुजरेंगी।