बिहार के इस जिले में 70 हजार बच्चे बीमार, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत यह मामला
बिहार के मधेपुरा जिले के 70 हजार बच्चे बीमार हैं। 9783 बच्चों की बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जांच की गई। 2015 से जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चल रहा है। 766908 स्कूली बच्चों की अबतक हुई स्वास्थ्य जांच।
जागरण संवाददाता, मधेपुरा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के स्कूल और आंगनबाड़ी के केंद्र में पढऩे वाले बच्चे का नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच सभी प्रखंडों में नियुक्त चिकित्सा दल के द्वारा किया जा रहा है। जांचोपरांत गंभीर बच्चे को निकट के अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। ताकि बीमार बच्चे का बेहतर इलाज हो सके। पिछले सितंबर माह में 9,783 बच्चे का चिकित्सा दल के द्वारा स्वास्थ्य जांच किया गया।
प्रत्येक दिन बच्चों की हो रही जांच
जिले के सभी 13 प्रखंडों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत नियुक्त चिकित्सा दल को प्रत्येक दिन एक दल को 80 बच्चों का स्वास्थ्य जांच करना है। स्वास्थ्य जांच के बाद मामूली रूप से बीमार बच्चों को दवा भी टीम को उपलब्ध करवाना है। गंभीर रूप से बीमार बच्चे को निकट के प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल रेफर कर देना है। ताकि बच्चों का बेहतर इलाज हो सके।
तीन बच्चों के गंभीर बीमारी का हुआ नि:शुल्क इलाज
अत्यधिक रूप से गंभीर वैसे बच्चे जिसको हृदय में छेद है या जन्मजात रोग से ग्रसित है उसे पटना रेफर कर दिया जाता है। पिछले सितंबर माह में हृदय में छेद वाले तीन बच्चे को अहमदाबाद भेज नि:शुल्क आपरेशन करवाया गया। यह कार्यक्रम जिले में वर्ष 2015 से लगातार जारी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अबतक 7,66,908 स्कूली बच्चों और 6,96,808 आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे का चिकित्सा दल के द्वारा स्वस्थ्य जांच किया जा चुका है। स्वास्थ्य जांच के दौरान स्कूल से 42,290 और आंगनबाड़ी केंद्र से 27,952 बच्चे को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जा चुका है।
बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के सभी प्रखंडों में नियुक्त चिकित्सा दल प्रतिदिन अपने अपने प्रखंड के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंच बच्चे का स्वास्थ्य जांच करते हैं। प्रतिदिन जितने बच्चों का स्वास्थ्य जांच किया जाता है उसका रिपोर्ट टीम के द्वारा पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। यह कार्यक्रम जिले में नियमित रूप से जारी है। - अमित कुमार, जिला समन्वयक, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम