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KK Pathak: शिक्षा विभाग ने अब इस मामले में लिया एक्शन, फंस गए कई स्कूलों के हेडमास्टर

KK Pathak बिहार में शिक्षा-व्यवस्था को सुधारने के लिए केके पाठक का शिक्षा विभाग लगातार एक्शन ले रहा है। विभाग द्वारा छात्रहित में कई फैसले भी लिए गए हैं। साथ ही सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए कार्रवाई भी की जा रही है। इन फैसलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर भी है जिसमें कई शिक्षकों पर गाज गिरी है।

By Abhishek Prakash Edited By: Shashank Shekhar Updated: Mon, 08 Apr 2024 01:45 PM (IST)
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KK Pathak: शिक्षा विभाग ने अब इस मामले में लिया एक्शन, फंस गए कई स्कूलों के हेडमास्टर (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, भागलपुर। KK Pathak भागलपुर के ऐसे स्कूल जहां पर छात्रों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम है, वहां के 11 प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई हुई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा नए सत्र से सभी स्कूलों को 90 प्रतिशत तक उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था।

साथ ही साथ यह कहा गया था कि जिन स्कूलों में 50 प्रतिशत या उससे काम उपस्थिति रहेगी। उनके प्रधानाध्यापक को प्रत्येक दिन स्कूल खत्म होने के बाद जिला शिक्षा विभाग में आकर हाजिरी बनानी होगी। यह तब तक चलता रहेगा, जब तक स्कूल में छात्रों की उपस्थिति में सुधार नहीं होता है।

390 स्कूलों में 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति

जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, चार अप्रैल तक हुए निरीक्षण में 390 स्कूलों में 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति थी।

निरीक्षण में कम उपस्थिति वाले एमएस सवर्ण टोला सोनवर्षा, एसएमटी पीडीए गर्ल्स हाई स्कूल सुलतानगंज, उच्च माध्यमिक विद्यालय सरधो, इंटर स्कूल नवगछिया, उच्च माध्यमिक विद्यालय राजगांव, एनपीएस चिराथारी, पीएस जवारीपुर, पीएस श्यामसुंदर, पीएस ढोलबज्जा बस्ती, एमएस सिल्हन, आरएमएस नाथनगर एक, आराजी स्कूलों के प्रधानाध्यापक को प्रत्येक दिन संध्या में जिला शिक्षा कार्यालय आने को कहा गया है।

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