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Bihar Teachers: 96 घंटे में एक लाख 82 हजार बच्चों का आधार करें अपडेट, नहीं तो होगा एक्शन; विभाग का सख्त आदेश

सरकारी स्कूलों में नामांकन लेनेवाले छात्र-छात्राओं का आधार आधारित स्टूडेंट प्रोफाइल यदि ई-शिक्षा कोष पर 10 जुलाई तक अपडेट नहीं होता है तो स्कूल के प्रधानाचार्यों पर सख्त एक्शन होगा। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी पदाधिकारी ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। बता दें कि भागलपुर में अभी एक लाख 82 हजार 161 बच्चों का आधार आधारित स्टूडेंट प्रोफाइल ई-शिक्षा कोष पर अपडेट नहीं है।

By Abhishek Prakash Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 07 Jul 2024 04:09 PM (IST)
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आधार आधारित स्टूडेंट प्रोफाइल ई-शिक्षा कोष पर अपडेट नहीं पर होगा एक्शन। (सांकेतिक फोटो)

जागरण संवाददाता, भागलपुर। 10 जुलाई तक स्कूलों में नामांकित सभी छात्र-छात्राओं का आधार आधारित स्टूडेंट प्रोफाइल अगर ई-शिक्षा कोष पर अपडेट नहीं होता है, तो स्कूल प्रिंसिपल पर कार्रवाई होगी। इसे लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी पदाधिकारी ने पत्र जारी किया है।

डीपीओ एसएसए डॉ. जमाल मुस्ताफा ने बताया कि भागलपुर जिले में पांच लाख 28 हजार 821 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। जिनमें से तीन लाख 46 हजार 660 बच्चों के पास आधार है।  इनमें से तीन लाख 43 बच्चों का डाटा आधार आधारित स्टूडेंट प्रोफाइल पर अपडेट कर दिया गया है, जबकि एक लाख 82 हजार 161 बच्चों के पास आधार नहीं है।

वहीं, जिले के 31 स्कूलों में अधार केंद्र में चल रहा है। इसके बाद भी छात्र-छात्राओं का आधार आधारित स्टूडेंट प्रोफाइल अगर ई-शिक्षा कोष पर शत प्रतिशत अपडेट नहीं हुआ है।

उन्होंने बताया कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले स्कूल प्रधान की सूची बीईओ और बीपीएम से मांगी गई है। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि जिन केंद्रों पर आधार बनाने में किसी भी प्रकार की शिकायत व अनियमितता मिलती है, तो वहां के आधार आपरेटरों के विरुद्ध कारवाई की अनुशंसा करें।

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विद्यालय का नहीं हो रहा समायोजन, शिक्षक-छात्र परेशान

विभागीय स्तर से आदेश के बावजूद सुपौल के सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के कई भूमिहीन और भवनहीन विद्यालयों का बगल के विद्यालय में समायोजन नहीं हो रहा है। विद्यालयों का समायोजन नहीं होने से शिक्षक और छात्र दोनों परेशान हैं।

प्राथमिक विद्यालय कवियाही इसका उदाहरण है, जहां नामांकित 24 छात्र-छात्राओं के लिए दो शिक्षक तैनात हैं। लौकहा पुनर्वास में पोखर के महाड़ पर एक जर्जर झोपड़ी में चल रहे विद्यालय के कुछ ही दूरी पर प्राथमिक विद्यालय बैशा है, जहां आधा दर्जन कमरा उपलब्ध है। वहां पक्का भवन है और छात्र-छात्राओं की भी संख्या कम बताई जा रही है।

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