Bhagalpur News : 'अब वह कभी लौट कर नहीं आएगा...', तालाब में डूबा बी-टेक का छात्र; परिवार में मचा कोहराम
Bihar News छत्तीसगढ़ के रायपुर मंदिर हसौद थाने के खुटेरी जलाशय में डूबने से बी-टेक के छात्र आदित्य झा की मौत हो गई। बेटे की मौत की खबर से पूरा सिमरा गांव गमगीन है। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था की गांव की दलान में उछल-कूद करने वाला उनका आदित्य पढ़ाई के लिए जब बाहर जाएगा तो ऐसी घटना होगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर मंदिर हसौद थाने के खुटेरी जलाशय में डूबने से बी-टेक के छात्र आदित्य झा की मौत की जानकारी पर भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल स्थित सिमरा गांव के लोग गमगीन हैं।
किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था की गांव की दलान में उछल-कूद करने वाला उनका आदित्य पढ़ाई के लिए जब बाहर जाएगा तो ऐसी घटना होगी।
घटना की जानकारी पर अधिकांश घरों में चूल्हे नहीं जले। आदित्य के पिता अविनाश झा फौज में हैं, उड़ीसा में ही पोस्टिंग है। मां ममता झा भी वहीं साथ में रहती हैं। गांव स्थित पैतृक आवास पर दादा नरेंद्र झा रहते हैं।
आदित्य के परिवार का कुनबा बड़ा है। दादा नरेंद्र झा फौज में थे, पिता अविनाश भी फौज में हैं। आदित्य का चचेरा भाई टिंकू झा भी फौज में है। चचेरे भाई बबलू झा गांव के मुखिया हैं।
सब कुछ अच्छा चल रहा था तभी...
शोक में डूबे परिवार और ग्रामीण को संभालते-संभालते मुखिया बबलू झा खुद को रोक नहीं पाते। फफक कर यही कहते कि घर-परिवार का बच्चा आदित्य की उच्च शिक्षा ग्रहण कर बड़ी आस जगी थी कि परिवार का नाम रोशन करेगा। सबकुछ ठीक से चल रहा था। अचानक इस दुखद जानकारी ने परिवार पर दु:खों का पहाड़ ही तोड़ दिया। किसी ने सोचा नहीं था कि ऐसा होगा।
अब वह कभी लौट कर नहीं आएगा...
उनकी आंखों के सामने आदित्य का चेहरा, उसके बचपन की यादें सब तैर रही है। अब सब बीते दिनों की बातें हो गई...अब वह कभी लौट कर नहीं आएगा...।
गम में डूबे दादा नरेंद्र झा फौजी रहे हैं, हमेशा परिवार के लोगों को संकट की घड़ी में दिलासा दे हौसला बढ़ाया करते थे। हालांकि इकलौते आदित्य की मौत की जानकारी बाद उनकी आंखें पथरा गई है। दादी भी कुछ बोल नहीं पा रही है।
नहीं रुक रहे आखों के आंसू
दादा-दादी के मुंह से कुछ बोल नहीं फूट रहा है। आखों के आंसू रुक नहीं रहे हैं। दादा-दादी की गोद में खेले-पले आदित्य जब भी गांव में रहता अधिकांश समय परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों के बीच बिताया करता था।
होली, दशहरा, दीपावली और छठ पर्व की कई यादें उससे जुड़ी है, जिसे शोकाकुल ग्रामीण और परिवार के लोग आपस में बुझे मन से याद कर आपस में बता रहे हैं।
सबको एक ही बात साल रहा है कि अब उस आदित्य को कभी नहीं देख सकेंगे जिसका बचपना उनके बीच में बीता था।
बीटेक फोर्थ सेमेस्टर का छात्र था आदित्य
कलिंगा यूनिवर्सिटी में बीटेक चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र आदित्य झा के अलावा मुजफ्फरपुर निवासी आदित्य कुमार वर्मा और मोतिहारी निवासी सुधांशु जायसवाल जलाशय चले गए थे, जहां डूबने से उनकी मौत हो गई। कलिंगा यूनिवर्सिटी के रजिस्टार डॉ. संदीप गांधी ने घटना की जानकारी परिजनों को दी थी।
उन्होंने परिवार वालों को यह भी बताया था कि दस फरवरी को वार्षिकोत्सव कार्यक्रम रखा गया था। सुबह से 12 बजे तक सभी की क्लास थी। इसके बाद कार्यक्रम का रिहर्सल होना था। आदित्य, सुधांशु और आदित्य 12 बजे तक क्लास में थे, इसके बाद वहां से निकाल गए थे। शाम 3.30 बजे उनके डूबने की सूचना मिली थी।
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