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अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा ब्रिज पहुंच पथ... रैयतों ने नहीं लिया मुआवजा, जानिए क्या है मामला

गंगा ब्रिज के बचे हुए कार्य व इसके पहुंच पथ का निर्माण कार्य एक सप्ताह के अंदर शुरू हो जाएगा। लेकिन अब तक रैयतों ने मुआवजा नहीं लिया है। जिला भू-अर्जन विभाग ने राशि भूमि अर्जन पुनर्वासन व पुनर व्यवस्थापन प्राधिकार (लारा कोर्ट) में जमा कर दिया है।

By Abhishek KumarEdited By: Updated: Fri, 12 Feb 2021 08:20 AM (IST)
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गंगा ब्रिज के बचे हुए कार्य व इसके पहुंच पथ का निर्माण कार्य एक सप्ताह के अंदर शुरू हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा ब्रिज पहुंच पथ का निर्माण अब शुरू हो जाएगा। रैयतों के मुआवजा नहीं लेने के बाद जिला भू-अर्जन विभाग ने राशि भूमि अर्जन पुनर्वासन व पुनर व्यवस्थापन प्राधिकार (लारा कोर्ट) में जमा कर दिया है। इसके साथ ही गंगा ब्रिज के बचे हुए कार्य व इसके पहुंच पथ का निर्माण कार्य एक सप्ताह के अंदर शुरू हो जाएगा। काम में बाधा डालने वाले रैयतों को जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी। रैयतों को मुआवजा लारा कोर्ट से ही मिलेगा। मामले की सुनवाई लारा कोर्ट के पीठासीन पदाधिकारी दीवान अब्दुल अजीज खान करेंगे। मुंगेर लारा कोर्ट के पीठासीन पदाधिकारी दीवान अब्दुल अजीज खान को भागलपुर लारा कोर्ट के अतिरिक्त प्रभार में हैं।

कई बार लगा शिविर, नहीं पहुंचे रैयत

रैयतों को मुआवजा देने के लिए डीएम के निर्देश पर भू-अर्जन विभाग द्वारा कई बार सुल्तानगंज में शिविर लगाया गया। शिविर में आठ सौ से अधिक रैयतों ने मुआवजा लेने से इन्कार कर दिया। मुआवजा नहीं लेने वाले रैयत शहरी जमीन की तर्ज पर राशि की मांग कर रहे हैं। रैयतों का कहना है कि जितनी राशि देकर उन्होंने जमीन की खरीद की है वह राशि भी मुआवजा के तौर पर नहीं मिल रही है। बार-बार शिविर लगाने के बावजूद शशि नहीं लेने पर पूर्व डीएम ने लारा कोर्ट में पीठासीन पदाधिकारी को तैनात करने का अनुरोध किया था। कोरोना काल में ही मुंगेर के पीठासीन पदाधिकारी को भागलपुर का प्रभार दिया गया था। रैयतों की राशि लारा कोर्ट में जमा होने के बाद सुल्तानगंज-अगुवानी घाट के बीच बन रहे पुल और पहुंच पथ को लेकर होने वाले भू अर्जन की सुनवाई लारा कोर्ट से होगी।

17 सौ करोड़ से हो रहा पुल का निर्माण

17 सौ करोड़ की लागत से सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल का निर्माण हो रहा है। एसबी ङ्क्षसगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को काम मिला है। पुल की लंबाई 3.156 किलोमीटर है। पुल का निर्माण कार्य मार्च 2020 में समाप्त हो जाना था, लेकिन भू-अर्जन की प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण पुल निर्माण में विलंब हो रहा है। लेकिन अब कार्य में तेजी आने की संभावना है।

तीन प्रोजेक्ट मेरी प्राथमिकता सूची में है। सुल्तानगंज-अगुवानी व विक्रमशिला सेतु के पास बनने वाले पुल और फोर लेन सड़क का कार्य तेजी से होगा। सारी बाधाएं दूर की जा रही है। -सुब्रत कुमार सेन, डीएम।  

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