यात्रीगण कृपया ध्यान दें... पुराने मार्ग होकर ही चलेंगी अमरनाथ और जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेनें
भागलपुर से जम्मूतवी व मुजफ्फरपुर जाने वाली अमरनाथ व जनसेवा एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग जमालपुर-किऊल-बरौनी होकर ही चलेगी। मुंगेर होकर परिचालन होने के नोटिफिकेशन रद कर दिया है।
भागलपुर (जेएनएन)। भागलपुर से जम्मूतवी और मुजफ्फरपुर जाने वाली अमरनाथ एक्सप्रेस तथा जनसेवा एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग जमालपुर-किऊल-बरौनी होकर ही चलेगी। मुंगेर गंगा पुल होकर परिचालन होने के नोटिफिकेशन को रद कर दिया है। दोनों गाडिय़ों का परिचालन निर्धारित रूट से ही होगा।
दरअसल, मुंगेर गंगा पुल और दौलतपुर के पास नई कर्व लाइन (वाइलेग) का निर्माण कराया गया था। इसके निर्माण के बाद उत्तर बिहार के रास्ते जम्मूतवी जाने वाली अमरनाथ एक्सप्रेस और जनसेवा एक्सप्रेस को इस मार्ग से चलाने की बात चल रही थी। बकायदा पूर्व रेलवे ने 26 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया था। लेकिन तीन दिन पूर्व पुराने मार्ग से ही इन गाडिय़ों का परिचालन करने का आदेश दिया है और दोनों गाडिय़ों को जमालपुर, क्यूल और बरौनी होकर चलाने की सहमति दी है।
वाइलेग निर्माण के पीछे का उद्देश्य
मुंगेर गंगा नदी पर 2016 में रेल पुल चालू होने के बाद मुंगेर और दौलतपुर के बीच 710 मीटर लंबी वाइलेग का निर्माण कराया गया था। इस लाइन के निर्माण का उद्देश्य यह था कि भागलपुर से गंगा पार जाने के लिए गाडिय़ां जमालपुर जंक्शन न जाकर सीधे मुंगेर होते हुए निकल जाएंगी। इसके बाद पूर्व रेलवे ने भागलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस और भागलपुर-मुजफ्फरपुर जनसेवा एक्सप्रेस मुंगेर होकर चलाने के लिए बोर्ड को पत्र भेजा था। इस पर मंत्रालय की सहमति नहीं बनी।
मार्ग परिवर्तन से पहले पुराने मार्ग पर बंद होता है आरक्षण
भारतीय रेल में किसी भी ट्रेन का मार्ग स्थायी रूप से बदलता है तो करीब तीन से चार माह पहले पुराने मार्ग से आरक्षण बंद कर दिया जाता है। आरक्षण काउंटर में फीडिंग की जाती है। दोनों ट्रेनों का आरक्षण पुराने मार्ग पर ही दिख रहा है।
जेडआरयूसीसी के पूर्व सदस्य आशुतोष कुमार ने कहा कि पूर्व रेलवे ने भागलपुर-जम्मूतवी अमरनाथ एक्सप्रेस और मुंगेर होकर चलाने के लिए लेटर बोर्ड भेजा था। लेकिन इस पर रोक लगा दी गई है। किऊल-बरौनी होकर ही परिचालन होने की स्वीकृति दी है।