करवा चौथ की मेहंदी : पत्नी ने प्रेमी के लिए लगाई थी मेहंदी, पति ने कहा- अब तुम मेरे भांजे को बना लो अपना पिया
करवा चौथ की मेहंदी बिहार के भागलपुर में महिला को किसी और से प्यार हो गया। चार बच्चे की मां ने करवा चौथ के दिन अपने प्रेमी के नाम की मेहंदी लगवा ली थी। पति को जब यह पता चला तो उसने भांजे से पत्नी की शादी करवा दी।
ऑनलाइन डेस्क, भागलपुर। करवा चौथ की मेहंदी : भागलपुर के सुल्तानगंज में एक गजब प्रेम कहानी का मामला सामने आया है। गांव की एक महिला को अपने ही भांजे से प्यार हो गया। करवा चौथ के दिन महिला ने अपने हाथों में अपने प्रेमी के नाम की मेहंदी लगाई थी। पति को तो पहले से ही शक था, लेकिन करवा चौथ की मेहंदी से साबित कर दिया कि उसकी पत्नी किसी और से प्रेम करती है। इसके बाद चार बच्चे के बाप पति ने अपनी पत्नी की शादी अपने भांजे से करवा दी।
चरम पर पहुंच रही मानसिक विकृति का परिणाम बुधवार को समाज के सामने आया जब सगे भांजे के साथ मामी ने पंचायती में पति-पत्नी के रूप में साथ रहने का बॉन्ड बनाया। करवा चौथ की पूर्व संध्या में एक पत्नी के इस कदम ने एकबार फिर साबित किया कि प्यार की आड़ में आदमी किस सीमा तक विवेकहीन हो सकता है।
मामला सुल्तानगंज प्रखंड के गनगनिया पंचायत के गांव गनगनिया का है। इसी गांव में छोटा व्यवसाय करने वाले श्रवण कुमार की शादी 2012 में बांका जिला के फुल्लीडुमर निवासी पूजा देवी से हुई थी। इससे श्रवण कुमार को कुल चार बच्चे हैं। शादी के बाद से ही पूजा देवी अपनी ससुराल में बराबर आने वाले बांका जिला के ही खेसर थानाक्षेत्र के योगिया निवासी भांजा छोटू कुमार के प्रेमजाल में फंस गयी। पति श्रवण कुमार ने कई बार सामाजिक नैतिकता का पाठ पढ़ाकर दोनों को अलग करने का प्रयास किया। लेकिन दोनों कथित प्रेम में इस कदर अंधे हो चुके थे कि आठ अक्टूबर को दोनों भाग निकले। पति कुमार ने थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद दोनों थाने पर ही पहुंच गये।
पुलिस ने गनगनियां के पंचायती राज प्रतिनिधियों को बुलाकर मामला पंचायत मे निपटाने का प्रयास करने के लिए सौंप दिया। मंगलवार की देर तक समझाने बुझाने का दौर चला। लेकिन, दोनों कुछ भी मानने को तैयार नहीं हुए। अंततः सौ रुपये के स्टांट पेपर पर पति श्रवण साह की दी गयी शर्तों पर पत्नी पूजा देवी ने सहमति जताते हुए भांजा छोटू कुमार को अपना पति स्वीकार कर लिया।
स्टांप पेपर पर शर्त भरा है कि पूजा देवी कभी भी अपने चारों बच्चों में से किसी पर हक नहीं जताएगी। पति की संपत्ति पर भी पूजा ने किसी तरह के दावे नहीं करने की लिखित सहमति दी है। इस पंचायती में गनगनिया के सरपंच दास विजय दास सहित गनगनिया पंचायत की मुखिया रजनी देवी एवं कमरगंज के मुखिया भरत कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे। इस प्रेम कहानी की हर ओर चर्चा होने लगी है। कुछ लोग कह रहे हैं कि पति ने अच्छा किया, लेकिन कुछ लोग समाज के लिए यह उचित नहीं मानते। बोलते हैं यह विकृत मानसिकता का परिचायक है।