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अपने मृत बेटे छोटू की प्रेमिका को बचाने में लगे मां-बाप, आरती बोली-विधवा बनकर रहूंगी, चिंतित न हों आप

Amazing Love Story of Bihar - प्रेमिका आरती के घर वालों ने उसके छोटू को उससे भले ही छीन लिया हो। लेकिन लड़की अपने प्रेमी की यादों संग जिंदगी गुजारने की बात कह रही है। आरती की तबीयत भी खराब हो गई है। छोटू की घर वाले अब उसे...

By Shivam BajpaiEdited By: Updated: Sat, 09 Jul 2022 10:38 AM (IST)
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Amazing Love Story of Bihar- छोटू के घर वालों ने आरती को पहुंचाया अस्पताल।

 Amazing Love Story of Bihar, अररिया : जिले के भारगामा प्रखंड की लव स्टोरी अब लोगों की जुबान पर चढ़ गई है। हर कोई मृतक छोटू की प्रेमिका आरती के बारे में जानने की कोशिश कर रहा है। इधर अपने बेटे की प्रेमिका आरती को बचाने की कवायद में छोटू के गरीब माता-पिता जुट गए हैं। वे आरती की तबीयत बिगड़ता देख उसे अस्पताल पहुंचाते हैं। दिन-रात पहरेदारी करते हैं। छोटू की परिजनों को शक है कि आरती को उठाने के लिए कुछ लोग आसपास घूम रहे हैं। उसके साथ कुछ भी अनहोनी हो सकती है। 

इधर, वे आरती को अपने घर ले आए हैं क्योंकि आरती का भी साफ कहना है कि वो अब छोटू की विधवा बनकर रहेगी। छोटू और आरती की लव स्टोरी की चर्चा चारों ओर इसलिए भी होने लगी है क्योंकि आरती पूरी तरह टूटी हुई है। उसने खाना-पीना छोड़ दिया है। वो तो छोटू के घर वाले अपने बेटे की याद दिला उसे कुछ न कुछ खिला-पिला रहे हैं। शुक्रवार को आरती की तबीयत खराब हुई तो छोटू के घर वालों के माथे पर पसीना आ गया। वे उसे उठाकर सीधे अस्पताल ले गए। छोटू के घर वाले भी कह रहे हैं कि बेटा खोने के बाद अब आरती को नहीं खो सकते।

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'मेरा पुत्र एक गरीब परिवार में पैदा हुआ हूं। गरीब को प्रेम करने का अधिकार नहीं है।' ऐसा कहते हुए रहरिया निवासी छोटू के पिता उमेश यादव कहकर फफक-फफक कर रोने लगते हैं । उमेश यादव का कहना है, 'मेरे पास मात्र डेढ़ बीघा जमीन है। खेती से परिवार का भरण पोषण एवं बच्चों का पढ़ाई का खर्च वहन नहीं हो पा रहा था। पांच वर्ष पूर्व से परिवार का भरण पोषण करने को लेकर अपने पुत्रों को मजदूरी करने पंजाब,दिल्ली भेजता था। पंजाब दिल्ली से कमाकर मेरा पुत्र रुपया भेजता था। तब जाकर परिवार का भरण पोषण होता था। मेरे पुत्र पंजाब दिल्ली कमाकर अपनी तीन बहन का शादी किया।' ईश्वर को शायद मंजूर नही था। अचानक मेरे हंसता खेलता परिवार पर किसी की नजर लग गई। हवा का एक झोंका में मेरा परिवार बिखर गया।

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छोटू की याद में रोती रहती है आरती

छोटू के पिता का कहना है कि वो लड़की भूखी प्यासी मेरे घर में छोटू की याद में रोती बिलखती रहती है। लड़की का हाल बुरा बना हुआ है। लाख समझाने के बाद भी लड़की खाना खाना नहीं चाहती है। समाज के लोग सांत्वना देकर चले जाते हैं। एक तरफ पुत्र का गम दूसरी तरफ परिवार का भरण पोषण का जिम्मेदारी और तीसरी तरफ लड़की की चिंता, कही एक बार फिर अनहोनी घटना न घटित हो जाए। हम यही सोचकर डरे हुए हैं।