मुंगेर की बहू बनेगी आनंद मोहन की बेटी सुरभि, कौन हैं पूर्व सांसद के होने वाले दामाद राजहंस?
बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद की शादी के चर्चे अब चारों ओर हैं। मुंगेर से बारात जाएगी। दूल्हे राजा राजहंस ने इस बारे में जानकारी दी है। अगले साल फरवरी में विवाह होना है। सगाई पटना में हो चुकी है।
By Jagran NewsEdited By: Shivam BajpaiUpdated: Sat, 12 Nov 2022 01:54 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मुंगेर: पूर्व सांसद आनंद मोहन की बेटी सुरभि की मुंगेर के राजहंस के साथ हुई सगाई के बाद अंग प्रदेश से मिथलांचल की सभ्यता और संकृति का मिलन हुआ है। इस वैवाहिक सबंध की चर्चा इन दिनों हर मुंगेरी की जुबान पर है। हर कोई इस युगल जोड़ी के लिए मंगल कामना कर रहा है। आनंद मोहन मिथलांचल के सहरसा जिले के पंचगछिया गांव के रहने वाले है। उनकी बेटी की शादी मुंगेर जमीन डिग्री गांव के राजहंस के साथ तय हुई है। राजहंस का शहर के बेटवन बाजार मुहल्ले में मकान है।
राजहंस के बारे में
6 फरवरी को दाेनों की शादी होनी है। बारात मुंगेर से ही जाएगी। सुरभि के मंगेतर राजहंस है, सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता भी दयानंद सिंह सामान्य किसान हैं। राजहंस के दादा मोहन सिंह अपने समय के प्रतिष्ठित कांग्रेसी थे। राजहंस की एक बहन और है। उसकी शादी हो चुकी है। राजहंस की शुरुआती पढ़ाई मुंगेर के सरस्वती शिशु मंदिर में हुई। 12 वीं पढ़ाई हैदराबाद से पूरी हुई। 2011 में आइआइटी में चयन हुआ। 2019 में यूपीएसी में चयन हुआ। वर्तमान में राजहंस रेलवे के मंडल कार्यालय पंडित दीन दयाल में एआरएम के पद पर हैं। राजहसं ने बातचीत में बताया कि शादी छह फरवरी को है। शादी पटना या सहरसा से होगी, यह निर्धारित नहीं है, लेकिन बारात मुंगेर से निकलेगी।
मुंगेर से आनंद मोहन का रहा है गहरा लगाव
पूर्व सांसद आनंद मोहन जब राजनीति में थे, उस दौरान उनका मुंगेर आना लगा रहता था। इस दौरान आनंद मोहन का राजहंस के घर भी आना होता था। चूंकि, राजहंस के परिवार के कई सदस्य कांग्रेस में थे। इसलिए आनंद मोहन कई बार उनके घर आते ही रहते थे। इसी दौरान आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद और उनके दोस्त के बीच राजहंस और सुरभि आनंद जी के रिश्ते को लेकर चर्चा हुई। बाद में राजहंस के बारे में विधायक चेतन आनंद ने पिता आनंद मोहन को और परिवार को जानकारी दी।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।