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'शेर हिंदू भाइयों' बोलकर अनोखे अंदाज में हथियार बेच रहा आजाद ग्रुप मुंगेर, जरा संभलकर- लाइक किया तो...

आजाद ग्रुप मुंगेर की अनोखे अंदाज से की जा रही हथियार की तस्करी का खुलासा हुआ है। फेसबुक-इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल हो रहे वीडियो ने कई खुलासे किए हैं। पुलिस हथियार खरीदने में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों की पड़ताल भी कर रही है।

By Jagran NewsEdited By: Shivam BajpaiUpdated: Sat, 26 Nov 2022 04:24 PM (IST)
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तस्वीरें- आजाद ग्रुप मुंगेर के इंटरनेट मीडिया अकाउंट से ली गई हैं।
 जागरण संवाददाता, मुंगेर : आर्म्स डिलीवरी के लिए फेमस मुंगेर में हथियार की खरीद-फरोख्त अब नए अनोखे अंदाज में हो रही है। इंटरनेट मीडिया के जरिए युवाओं को नए-नए कमिटमेंट देकर हथियार सस्ते दामों में उपलब्ध कराने का प्रलोभन दिया जा रहा है। अलबत्ता आलम ये है कि आनलाइन हुए आर्डर की आफलाइन डिलीवरी यानी हथियार तस्करी तेजी के साथ बढ़ी है। पूरे मामले का खुलासा, कई राज्यों में हुई तस्करों की पकड़ के साथ हुआ है। ताजा मामला दिल्ली से जुड़ा है। यहां पुलिस ने चार अलग-अलग राज्यों के तस्करों को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया तो चौंकाने वाली बात निकलकर सामने आई। आजाद ग्रुप मुंगेर... चर्चा में है।

दिल्ली की स्पेशल पुलिस टीम ने जिन तस्करों को गिरफ्तार किया उनमें मुंगेर का हथियार तस्कर अभिषेक भारद्वाज भी शामिल था। हथियार की डिलीवरी कैसे की जाती है, इसके लिए कांटेक्ट कैसे होता है? इन सवालों के जवाब इंटरनेट मीडिया में इनके द्वारा बनाए गए प्रोफाइल-पेज और ग्रुपों ने दे दिए। खुलासा हुआ कि मुंगेर में फेसबुक-इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब से हथियारों की बुकिंग की जा रही थी। 'आजाद ग्रुप मुंगेर' के फेसबुक अकाउंट से हथियार की बुकिंग के लिए प्रयोग में लाया जा रहा था। जिसका कंटेंट कुछ ऐसा था कि युवा इन तस्करों के झांसे में आकर धड़ाधड़ बुकिंग भी करा रहे थे। इन्हीं बुकिंग के तहत हथियार की डिलीवरी की जा रही थी।

आनलाइन पेमेंट मेथड

हथियारों की बुकिंग होने का साथ ही पेमेंट मेथड भी आनलाइन ही है। मानें कि पेमेंट गूगल-पे और फोन-पे के माध्यम से किया जा रहा है। आनलाइन हुई बुकिंग के बाद हथियार तस्कर इनकी डिलीवरी ऑफलाइन तरीके से खुद मौके पर पहुंचकर करता है। ऐसा खुलासा पकड़े गए तस्कर ने किया।

सबकुछ आनलाइन 

तस्कर द्वारा जानकारी मिली कि हथियार खरीदने वालों से पैसों के भुगतान के बाद संपर्क किया जाता था। व्हाट्स एप लाइव लोकेशन के जरिए उनका पता मंगवाया जाता था। इसके बाद उसी लोकेशन पर तस्कर हथियार की सप्लाई करता था।

धर्म का सहारा लेकर किया जा रहा धंधा

जिस फेसबुक-इंस्टा और यूट्यूब अकाउंट का जिक्र तस्कर ने किया है। उसका यूजर नेम सर्च करने पर पता चला कि वहां हथियारों के कई वीडियो और फोटो मौजूद हैं। इन अकाउंट में कई भड़काऊ पोस्ट भी लिखी गई हैं। इनमें से एक पोस्ट कुछ इस तरह है, 'जिस शेर हिंदू भाई को हथियार चाहिए। वह हम से कान्टेक्ट करके ले सकते हैं। हथियार लेने के लिए मुंगेर आना होगा। आज के टाइम में खुद को ताकतवर बनाना जरूरी है। शांति की भीख कमजोर मांगते हैं। ताकतवर अपने दम पर शांति स्थापित करते हैं। हिंदू भाई शेर बनो...।'

  • लाइक, कमेंट और शेयरिंग पर भी पुलिस की नजर 
  • ग्रुप विजिट करने वाले भी रडार में
हैरानी वाली बात ये है कि इन पोस्ट पर सैंकड़ों लाइक्स और कमेंट भी देखने को मिल रहे हैं। वहीं ये अभी भी एक्टिव ही हैं। पूरे मसले पर जब दैनिक जागरण ने मुंगेर एसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी मिली है, अभिषेक पर कितने मामले दर्ज है? इसके बारे में पता किया जा रहा है, अवैध रूप से हथियार की तस्करी करने वाले जो भी होंगे उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। आनलाइन प्रारूप पर पुलिस एक्टिव है। उन्होंने कहा कि हाल फिलहाल में अवैध हथियारों की कई मिनी गन फैक्ट्रियों का खुलासा किया गया है। नेटवर्क फैलाया जा रहा है। आईटी सेल को सक्रिय किया जा रहा है।

कौन है आजाद ?

'आजाद ग्रुप आफ मुंगेर' इंटरनेट मीडिया के इन अकाउंट का मुख्य संचालनकर्ता कौन है? कौन है जो युवाओं को इस तरह भड़का रहा है? ये अब मुख्य सवाल बन चुका है। पुलिस इन्हें ट्रेस करने में जुट गई है। कार्रवाई जारी है, जल्द ही बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।

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