Bhagalpur News: न पानी की व्यवस्था, न बैठने का इंतजाम; दिन-ब-दिन खस्ता हो रही शहर के चार बस स्टैंड की स्थिती
स्मार्ट सिटी भागलपुर के चारो बस स्टैंड अपनी बदहाली दूर करने की वाट जोह रहे हैं और इन बस स्टैंडों पर न तो प्यास बुझाने की व्यवस्था और न हीं यात्रियों के बैठने का इंतजाम। इस कारण तीखी धूप में दूर-दराज स्थानों से बस पकड़ने आ रहे यात्रियों को हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन चारों सरकारी बस स्टैंड पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
अभिषेक प्रकाश, भागलपुर। स्मार्ट सिटी भागलपुर के चारो बस स्टैंड अपनी बदहाली दूर करने की वाट जोह रहे हैं। इन स्टैंडों पर न तो प्यास बुझाने की व्यवस्था और न हीं यात्रियों के बैठने का इंतजाम। लिहाजा, तीखी धूप में दूर-दराज से बस पकड़ने आने वाले यात्रियों को हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हाल फिलहाल रिक्शाडीह बस स्टैंड अस्ततित्व में आया, पर वहां भी यात्रियों की सुविधा के कोई इंतजाम नहीं हैं। यही वहज है कि यात्रियों के नहीं पहुंचने के कारण अब बस मालिकों ने भी वहां वाहन लगाना बंद कर दिया है।
यात्रियों के लिए नहीं है जरूरी सुविधाएं
सरकारी बस स्टैंड तिलकामांझी, जीरो माइल थाने के पास बना अस्थाई बस स्टैंड, कोयला डिपो स्थित प्राइवेट बस स्टैंड में मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। कहीं स्वच्छ पानी नहीं है, तो कहीं शौचालय की व्यवस्था नहीं है।बरसात और धूप में सिर छुपाने के भी इंजजाम नहीं हैं। जबकि तीनों जगहों पर रोजाना लाखों रुपए की कमाई होती है। प्रतिदिन 10,000 से अधिक यात्री यहां से सफर करते हैं। इसके बावजूद यात्रियों की चिंता करने वाला कोई नहीं है।
कुछ महीने पहले पूर्व से चयनित बस स्टैंड के लिए रिक्शा डीह में जो जमीन है, उसे पर जिला प्रशासन द्वारा अस्थाई तौर पर उसे विकसित किया जा रहा है। ताकि जब तक अच्छी बस स्टैंड ना बने तब तक यहां से बस का परिचालन हो और शहर को जाम से मुक्ति मिले।
कोयला डिपो
कोयला डिपो स्थित प्राइवेट बस स्टैंड रेलवे की जमीन पर बनी है। जिससे हर साल राजस्व के रूप में रेलवे को 8600000 रुपए से अधिक जाता है। इसके बावजूद भी इस बस स्टैंड पर यात्री सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है।
यात्री को पेशाब करने के लिए भी कहीं छूपना पड़ता है खासकर महिला यात्रियों के लिए भारी दिक्कत होती है। इसके अलावा यहां पर यात्री शेड भी नहीं है ताकि अगर बारिश या कड़ी धूप हो तो यात्री अपना सर छुपा सके।वहीं बारिश होने के बाद इस बस स्टैंड की हालत पूरी तरह से दयनीय हो जाती है क्योंकि कीचड़ और पानी जमे रहने के कारण यात्रियों को काफी दिक्कत होती है।यात्री सुविधा को लेकर जब स्टैंड संचालक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यहां पर यात्रियों को मिलने वाली सुविधा का डेवलपमेंट रेलवे की ओर से करना है होना है।
हमारे द्वारा कई बार पत्र लिखा गया है इसके बावजूद भी अब तक यहां पर कोई निर्माण नहीं हुआ है। आपको बता दें 2022 में दो करोड़ 70 हजार में 3 साल के लिए टेंडर किया गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।