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Bhagalpur : नहीं रहे बिहार के कला गुरु उमानाथ झा, पटना आर्ट कालेज के भी रह चुके थे प्राचार्य

बिहार के कला गुरु के नाम से प्रसिद्ध उमानाथ झा का निधन हो गया। वे पटना आर्ट कालेज के प्राचार्य भी रह चुके थे। वह मूलरूप से भागलपुर के रहने वाले थे। उनके निधन से कला प्रेमियों में शोक की लहर है।

By Abhishek KumarEdited By: Updated: Wed, 21 Jul 2021 05:24 PM (IST)
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बिहार के कला गुरु के नाम से प्रसिद्ध उमानाथ झा का निधन हो गया।
जागरण संवाददाता, भागलपुर।  कला गुरू के नाम से प्रसिद्ध और कला एवं शिल्प कालेज पटना के पूर्व प्राचार्य उमानाथ झा को मंगलवार को निधन हो गया। वे मूलरूप से चंपानगर के कोशकी नाथ झा लेने के रहने वाले थे। 93 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने पैतृक घर में देह त्यागा। वे कई वर्षों से बीमारी से जूझ रहे थे। बुधवार को बरारी श्मसान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

दो नवंबर 1928 को जन्मे स्व. झा की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा सुखराज राय हाइ स्कूल नाथनगर से हुई। उन्होंने कला की शिक्षा विश्व प्रसिद्ध संस्थान शांति निकेतन से पूरी की थी। संघर्षों के साथ उनका सफर बड़ौदा आर्ट कालेज से शुरू हुआ। इसके बाद वे कला एवं शिल्प कालेज, पटना में बतौर शिक्षक योगदान दिया। वे कालेज में पांच वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में टेम्परा चित्र शैली और लघु चित्र शैली (मैथर्ड एंड मैटेरियल) की कक्षाएं लेते थे। इसके बाद वे वहां प्राचार्य भी रहे। 1992 में वे सेवानिवृत होने के बाद अपने चंपानगर निवास में ही रह रहे थे।

यह जानकारी देते हुए स्व. झा के भतीजे चिंतन झा ने बताया कि इनके कई छात्र श्याम शर्मा, सुबोध गुप्ता समेत अन्य देश-विदेशों में भी अपना परचम लहरा रहे हैं। उनकी सिखाई कला का आज बड़े मंचों पर प्रदर्शन हो रहा है। उनके चार बेटे हैं बेटे हैं, अजीत झा, सुजीत झा, असीत झा और रक्षित झा हैं। 

चिंतन ने बताया कि उनके घर में छह चाचा में सबसे बड़े उमानाथ काका ही थे। जिन्होंने अपने भाइयों को तो बड़ा कलाकार बनाया है। साथ ही उनके बच्चों और अब तक की पीढ़ी को इसके लिए प्रेरित किया। जिस वजह से आज उनके घर में एक दर्जन से ज्यादा कलाकार हैं। जो अलग-अलग जगहों पर रहकर इस विधा से नाम रौशन कर रहे हैं। इनके भाई अक्षय कुमार झा का भी कुछ दिनों पूर्व मुंबई स्थित आवास पर देहावसान हो गया था। वे चित्रकारी के जादूगर कहे जाते थे। उन्होंने भी इनके स्व. झा के सानिध्य में कला की बारीरिकयां सीखी थी।

कलाकारणों की पीढ़ी को जन्म देने वाले उमानाथ झा के निधन से शोक की लहर है। कई प्रबुद्धजनों देहावसान पर दुख व्यक्त किया है। उनके भाई प्रो. संजय कुमार झा, समाजसेवी सजय कुमार झा, अजय कुमार झा, कांग्रेस नेता अभय आंनद, परिमल ठाकुर, ई् आशीष कुमार मिश्रा, चिंतन कुमार झा समेत काफी संख्या में लोग बरारी पहुंचे थे। 

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